पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से दुनियाभर में शोक की लहर है. विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज को हार्ट अटैक के बाद दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया गया था. पर अफ़सोस डॉक्टर्स की लाख कोशिशों के बाद भी वो बच नहीं पाईं और महज़ 67 साल की उम्र में सबकी आंखें नम करके चली गईं.
सुषमा स्वराज ने अपने बेबाक अंदाज़ और नेक कार्यों के ज़रिये सभी के दिलों में एक ख़ास जगह बनाई. शायद यही वजह है कि क्या पक्ष, क्या विपक्ष और क्या आम जनता सब उनके जाने से आहत हैं. सुषमा स्वराज का जाना सिर्फ़ हिंदुस्तान के लिये ही बड़ी क्षति नहीं है, बल्कि कई अन्य देशों के लिये भी है. इनमें से हमारा पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान भी है.
पाकिस्तान को विदेश मंत्री की कमी क्यों खलेगी इसके लिये ये 7 वजहें काफ़ी है:
1. पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल वीज़ा देना
पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच की दूरियां जग जाहिर हैं. पर 2017 की बात है, जब सुषमा स्वराज ने दो पाकिस्तानी नागिरकों को तत्काल प्रभाव से वीज़ा दिया था. पाकिस्तान के इन नागरिकों तत्काल Liver Transplant Surgeries आवश्यकता थी.
2. पड़ोसी मुल्क के बच्चे को दीवाली तोहफ़ा
पिछले अक्टूबर में एक मासूम लीवर की समस्या से परेशान था, जिसे जल्द से जल्द मेडिकल ट्रीटमेंट की ज़रूरत थी. इस बच्चे के पिता काशिफ़ चाचा ने ट्विटर पर विदेश मंत्री से वीजा की मदद मांगी. ताकि वो समय से बच्चे का इलाज करा सकें. इसके तुरंत बाद विदेश मंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि दवा के अभाव के कारण आपके बच्चे का इलाज नहीं रुकना चाहिये. मैंने Indian High Commission को वीजा देने का आदेश दिया है.’
3. कश्मीरी को धाड़क जवाब और समाधान
2018 में फ़िलीपींस में फंसे शेख़ अतीक़ नाम के कश्मीरी शख़्स ने ट्विटर पर सुषमा स्वराज से मदद मांगते हुए लिखा, ‘सुषमा स्वराज जी मुझे आपकी मदद चाहिये. मेरा पासपोर्ट डैमेज हो गया है और मुझे भारत आना है.’
4. एक बेटे को उसकी बीमार मां से मिलाया
बीते साल 26 अक्टूबर को पाकिस्तान से फ़हाद एजाज़ ने विदेश मंत्री को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘भगवान की ख़ातिर मेरी मदद करें. मेरी मां फ़ोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा में भर्ती हैं. वो बीमार हैं, उनसे मिलने के लिये वीज़ा दें.’
5. एथलीट की मदद
उक्रेन जाने के लिये भारतीय मुक्केबाज़ झलक तोमर को पासपोर्ट चाहिये था, जिसके लिये उसने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई. मदद के बदले विदेश मंत्री ने उससे भारत के लिये पदक जीतने की मांग की. सुषमा स्वराज की मांग को पूरा करते हुए, 15 वर्षीय झलक ने भी 54 किलोग्राम मुक्केबाज़ प्रतियोगिता में पदक हासिल कर उनका मान रखा.
6. दुबई में फंसी महिला को बताया
2018 में हैदराबाद की नूरजहां ने अपनी बेटी को बचाने के लिये विदेश मंत्री से मदद मांगी थी. नूरजहां की बेटी परवीन दुबई नौकरी के लिये गई थी, लेकिन ओमान में उसे बंधक बना कर उसका शोषण किया जा रहा था.
7. पाकिस्तानी महिला की मदद
पाकिस्तान की रहने वाली फैज़ा तनवीर नामक महिला ने भारत को 70वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए, विदेश मंत्री से वीज़ा की गुहार लगाई थी. फैज़ा कैंसर के इलाज के लिये भारत आना चाहती थी. फैज़ा की बधाई को स्वीकार करते हुए सुषमा स्वराज ने उसे मेडिकल वीज़ा देने का आदेश दिया था.
सुषमा स्वराज सिर्फ़ एक अच्छी नेता ही नहीं, बल्कि सरल स्वभाव वाली नेक इंसान भी थी. वो जब संसद में बोलती, विपक्ष भी उनके तथ्यों को सुनता ही रह जाता था. इन सारे ट्वीट्स का एक ही अर्थ है कि लोगों को इस महान महिला से उम्मीदें रहती थी, जिन पर वो हमेशा ख़री भी उतरती थी.
आप बहुत याद आयेंगी सुषमा जी!