5 साल के बच्चे का अच्छे स्कूल में एडमिशन कराने के लिए पेरेंट्स ने बनाया उसका 15 Pages का CV

Syed Nabeel Hasan

चाइना के सोशल मीडिया में आज कल शंघाई के एक 5 साल के बच्चे का CV काफ़ी वायरल हो रहा है. 15 पन्नों के इस CV में बच्चे के माता-पिता ने उसकी अच्छाइयां, उसकी प्रतिभा और उसके अच्छे व्यक्तित्व के साथ और भी ढेरों सकारात्मक गुणों का वर्णन किया है. ये सब सिर्फ़ इस उद्देश्य से किया है कि उनके बच्चे को एक अच्छे स्कूल में एडमिशन मिल जाए.

दोस्तों के साथ अच्छा बर्ताव, बड़ों के लिए इज़्ज़त, परिवार के लिए प्यार के साथ-साथ ये CV उन सभी किताबों की बात भी करता है, जो उस बच्चे ने वर्ष 2018 में पढ़ी हैं. हॉन्गकॉन्ग के एक अख़बार के अनुसार, तो इसमें 10,000 किताबों की बात कही गयी है.

सोशल मीडिया पर 15 पन्नों वाले इस CV की तस्वीरें हर कोई शेयर कर रहा है. साथ ही लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आयी हैं. 

दरअसल, चाइना में प्राइमरी स्कूल की शुरुवात 6 या 7 साल में होती है और शंघाई के प्राइवट स्कूलों बेहद प्रतिस्पर्धी हैं. ऐसे में इतनी ज़्यादा वाली आबादी के बीच अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए, मां-बाप कुछ भी करने के लिए तैयार होते हैं.

एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा, ‘चाइना की सीमित शिक्षा संसाधनों से तनावग्रस्त हो कर, इस बच्चे के माता-पिता ने ऐसा किया है.’

हालांकि, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में कहा गया है कि फ़रवरी में, शंघाई अधिकारियों ने प्राथमिक विद्यालयों को बच्चों का CV स्वीकार करने से और एडमिशन की प्रक्रिया में माता-पिता का मूल्यांकन करने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

b’Source: BBC’

एक 5 वर्षीय बच्चे के व्यक्तित्व को इस हद तक साबित करना, बेशक उसके बचपन को छीनना जैसा है. चाइना ही नहीं, विश्व भर में ऐसी कोई भी प्रक्रिया उस बच्चे के साथ-साथ, उस देश के भविष्य को भी अंधेरे में डालता है.

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे