ये कहानी है ऐसी महिला IAS अधिकारी की, जिसके नाम से ही अपराधियों को कंपकपी होने लागती है. 2010 की UPSC परीक्षा में चौथी रैंक हासिल करने वाली ये अधिकारी, सभी सरकारी अधिकारियों के लिए उदाहरण है. इमानदारी और बहादुरी के बल पर काम करने वाली टी.वी. अनुपमा, केरल में खाने के सामान में मिलवाट करने वाले रैकेट को तबाह कर चुकी हैं. आज इसमें दोषी पाए गये सभी लोग सलाखों के पीछे पहुचं चुके हैं.
केरल में खाद्य सुरक्षा आयुक्त के तौर पर कार्यरत अनुपमा, अपने कड़क मिजाज़ के लिए जानी जाती हैं. इनकी बदौलत आज केरल में मिलावटखोरों का सांस लेना दूभर हो चुका है. मात्र 15 महीनों में वो कोर्ट के सामने मिलावट वाले खाद्य पदार्थों के 6,000 सैंपल प्रस्तुत कर चुकी हैं और दोषियों के खिलाफ़ 750 केस दर्ज कर लिए गए हैं.
अनुपमा ने लोगों को अपने घरों में ही खाने के लिए सब्ज़ियां उगाने के लिए प्रेरित किया है. इसके लिए उन्होंने एक कैम्पेन भी शुरू किया, राज्य सरकार भी इस कैम्पेन को बढ़ावा दे रही है. इस कैम्पेन को इतनी सफ़लता मिली है कि केरल के लोग 70 प्रतिशत सब्ज़ियां खुद ही उगाने लगे हैं. इससे पहले 70 प्रतिशत सब्ज़ियां, केरल में तमिलनाडु और कर्नाटक से आती थीं.
अनुपमा ने इस कैम्पेन को आगे बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया की भी मदद ली. भारत जैसे देश में, जहां भ्रष्टाचार, चोरी और मिलावट धड़ल्ले से होती है, अनुपमा जैसे कुछ ईमानदार अधिकारी ही जनता का पुलिस और सिस्टम में भरोसा बनाये हुए हैं.