हमारा बजाज और लिरिल जैसे विज्ञापन बनाने वाले मशहूर एड गुरु और एक्टर एलीक पदमसी का 90 साल की उम्र में बीते शनिवार की सुबह मुंबई में निधन हो गया है. पिछले काफ़ी समय से उनका इलाज चल रहा था. पदमसी को मॉडर्न इंडियन एडवरटाइजिंग का फ़ादर भी कहा जाता था.
पदमसी ने अपने विज्ञापनों के ज़रिये दुनियाभर में पहचान बनाई थी, लेकिन साल 1982 में आई फ़िल्म ‘गांधी’ में निभाये गए मोहम्मद अली जिन्ना के किरदार से पदमसी काफ़ी मशहूर हुए थे.
साल 1989 में बजाज स्कूटर के ‘बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर…हमारा बजाज’ टीवी कमर्शियल के पीछे पदमसी का ही दिमाग़ था. वहीं झरने के नीचे नहाती मॉडल के साथ ‘लिरिल’ साबुन का पहला विज्ञापन पदमसी ने ही बनाया था. चाहे सर्फ़ डिटर्जेंट का ‘ललिताजी’ वाला विज्ञापन हो या फिर चार्ली चैपलिन की नक़ल वाला ‘चेरी ब्लॉसम’ शू पॉलिश का विज्ञापन या फिर एमआरएफ़ का ‘मसलमैन’ विज्ञापन ये सभी उनकी ही देन हैं.
60 साल से अधिक समय के अपने करियर में उन्होंने 70 से अधिक नाटकों का निर्देशन भी किया जिनमें एविटा, जीसस क्राइस्ट सुपरस्टार और ब्रोकन इमेजेज और तुगलक जैसे नाटक प्रमुख थे. बोमन ईरानी को थिएटर में पहला मौका देने वाले भी पदमसी ही थे. साल 2000 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
पदमसी 14 साल तक विज्ञापन एजेंसी ‘लिन्टास इंडिया’ के सीईओ भी रहे. उनके कार्यकाल में ‘लिन्टास’ ने देश की टॉप एड एजेंसियों में जगह बनाई थी.
पहली नौकरी 300 रुपए से शुरू की थी
साल 2016 में एक इंटरव्यू के दौरान पदमसी ने बताया था कि:
मुझे 19 साल की उम्र में अपनी पहली पत्नी पर्ल से प्यार हुआ था. मैं पर्ल से शादी करना चाहता था. लेकिन मेरे माता-पिता ने पूछा कि बिना नौकरी और पैसों के शादी कैसे कर सकते हो? इसके बाद मैंने एड की दुनिया में कदम रखा और बतौर कॉपीराइटर 300 रुपए वेतन वाली नौकरी शुरू की.