डॉक्टर्स की ‘संवेदनशीलता’ की एक और झलक, मरीज़ों की जगह शराब लाने के लिए इस्तेमाल हुई एम्बुलेंस

Akanksha Tiwari

उत्तरप्रदेश के मेरठ से एक बेहद शर्मसार कर देने वाली ख़बर सामने आई है. घटना शहर के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की है, जहां एंबुलेंस का इस्तेमाल मरीज़ों को आपातकालीन स्थिति में अस्पताल ले जाने के लिए नहीं, बल्कि शराब ढोने के लिए किया गया.

बताया जा रहा है कि कॉलेज परिसर में बीते दो दिनों से ओल्ड स्टूडेंट एसोसिएशन 1992 बैच के डॉक्टर्स का सिल्वर जुबली कार्यक्रम चल रहा था. सेलिब्रेशन के इस मौके पर मौजूद मेहमानों को एंटरटेन करने के लिए रशियन डांसर्स को भी बुलाया गया था. एंबुलेंस न मिलने की वजह से हर साल न जानें कितने मरीज़ों की जान चली जाती है, तो वहीं फ़ंक्शन के लिए खुलेआम एंबुलेंस का इस्तेमाल शराब लाने के लिए किया गया, जो कि बेहद शर्मनाक है.

एक तरफ़ जहां कार्यक्रम के दौरान काफ़ी मरीज़ इलाज के लिए परेशान रहे, तो वहीं दूसरी डॉक्टर्स खुले आसमान के नीचे जाम छलकाते हुए नज़र आए. डॉक्टर्स रंगारंग कार्य्रक्रम में इतने ज़्यादा व्यस्त थे कि उन्होंने मरीज़ों को देखना तक उचित नहीं समझा. भले ही ऐसे वक़्त में किसी शख़्स की मौत ही क्यों न हो जाए.

वहीं मामले को मीडिया में तूल पकड़ता देख ज़िला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत के दौरान कॉलेज प्रिंसपल विनय अग्रवाल ने बताया कि मुझे इसकी जानकारी नहीं थी. पर अगर ऐसा कुछ हुआ था, तो इसकी जांच कर कड़ी कार्यवाई की जाएगी. इसके साथ ही ये भी पता लगाया जाएगा कि एंबुलेंस निजी थी या फिर सरकारी.

शराब के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल करने वाली इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या वाकई इसी तरीके से उत्तर प्रदेश में होगा आम जनता का कल्याण?

Source : indiatimes

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