अरुणाचल प्रदेश के स्टूडेंट ने बनाया ऐसा चश्मा, जिसकी मदद से बिना स्टिक आगे बढ़ सकेंगे दृष्टिहीन

Rashi Sharma

हमारे देश में प्रतिभा की कमी नहीं हैं, तभी तो आये दिन छोटे-छोटे बच्चे ऐसे-ऐसे कमाल कर देते हैं और पूरी दुनिया में देश का नाम रौशन करते है. कभी कोई अभी हाल ही में एक खबर आई थी कि तमिलनाडु के दसवीं कक्षा के स्टूडेंट ने साइलेंट हार्ट अटैक को पहचाने की एक डिवाइस बनाई है. अब ये खबर आ रही है कि अरुणाचल प्रदेश के एक स्टूडेंट ने एक ऐसा चश्मा बनाया है, जिसकी मदद से अब दृष्टिहीन स्टिक का सहारा लिए बगैर चल सकेंगे.

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ख़बरों के मुताबिक़, अनंग तदार, जो कि 11वीं कक्षा के छात्र हैं और अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले हैं ने पार्किंग सेंसर तकनीक का उपयोग कर ऐसा चश्मा बनाया है जो नेत्रहीनों के लिए काफ़ी मददगार साबित होगा. अनंग तदार लंबे समय से अभिनव प्रौद्योगिक पर काम कर रहे हैं. अब वो इस चश्मे जिसे G4B (गॉगल फॉर ब्लाइंड) नाम दिया है, का बड़े पैमाने पर निर्माण करना चाहते हैं. इस चश्मे का उपयोग करने से दृष्टिहीनों के लिए आगे बढ़ना आसान हो जाएगा.

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अनंग बताते हैं कि यह तकनीक ईको लोकशन के आधार पर काम करती है. इसके अलावा इसमें नेविगेशन सिस्टम का भी उपयोग किया गया है. अनंग तदार ने हाल ही गुवाहटी में आयोजित साइंस फेस्टिवल में अपने इस गॉगल का प्रदर्शन करके दिखाया. इसके साथ ही अनंग ने बताया कि जिस तरह कारो में पार्किंग सेंसर तकनीक का उपयोग किया जाता है, उसी आधार पर इस चश्मे को भी तैयार किया गया है. जैसे ही कोई बड़ी चीज़ या ऑब्जेक्ट इस चश्मे के पास आएगा, इसकी बीप ऑन हो जायेगी और व्यक्ति अलर्ट हो जाएगा.

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अनंग एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और वो निर्जुली में स्थित न्यू गैलेक्सी एकैडमी में पढ़ते हैं. हाल ही में अनंग को G4B गैजेट का आविष्कार करने के लिए Dinanath Pandey Smart Idea Innovation Award से भी सम्मानित किया जा चुका है.

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इस चश्मे को मार्किट में लॉन्च करने की अनंग की लगन को देखकर और उसके इस इनोवेशन से प्रभावित होकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने उससे इस गैजेट और कुछ और प्रोटोटाइप बनाने के लिए कहा है, ताकि उनको देखने में अक्षम लोगों पर टेस्ट किया जा सके.

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गौरतलब है कि अनंग ने बीते शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू के सामने अपने इस यूनिक गॉगल का प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने के दौरान ही अनंग ने सीएम को बताया कि वो तब से इस चश्मे पर काम कर रहे हैं, जब कुछ सालों पहले सने एक दृष्टिहीन लड़की को देखा था. सीएम ने इस गैजेट के प्रोटोटाइप बनाने के लिए अनंग को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इतना ही नहीं राज्य सरकार ने भी होनहार अनंग के इस प्रोडक्ट की काफ़ी प्रशंसा की है.

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