1.6 करोड़ कैश देकर विला खरीदने वाला बेंगलुरु का ऑटो ड्राइवर आया इनकम टैक्स के रडार पर

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बेंगलुरु के रहने वाले 37 वर्षीय ऑटोरिक्शा चालक नल्लूरल्ली सुब्रामणि ने साल 2015 में बेंगलुरु के पॉश इलाके में 1.6 करोड़ की कीमत का ट्रिपलेक्स विला ख़रीदा था. उस समय हर कोई ये जानकर हैरान था कि जो शख़्स दो साल पहले तक ऑटोरिक्शा चलाता था वो एकदम से करोड़पति कैसे बन गया?

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बस तभी से ही सुब्रामणि आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में इनकम टैक्स के रडार पर आया था. आयकर विभाग भी इस बात को लेकर असमंजस में था कि आख़िर ऑटो चालक होते हुए सुब्रामणि के पास इतना पैसा कहा से आया? इसके बाद आयकर विभाग ने 16 अप्रैल को जेटी द्वाराकामयी कम्युनिटी स्थित उसके घर में छापा मारा था. इस दौरान उन्हें सुब्रामणि के घर से करोड़ों की कीमत की जूलरी और प्रॉपर्टी के डॉक्युमेंट्स मिले.

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अब इनकम टैक्स विभाग ने खुलासा किया है कि सुब्रामणि ने इस विला को कैश 1.6 करोड़ रुपये देकर खरीदा है.

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वहीं सुब्रामणि आयकर विभाग की पूछताछ में लगातार किसी अमेरिकी महिला द्वारा उसकी वित्तीय मदद किए जाने की बात पर अड़ा हुआ है. सुब्रामणि ने दावा किया है कि इसी महिला की चैरिटी की वजह से उसके पास ये पैसे आये हैं. मेरी वित्तीय स्थिति को देखते हुए ही वो मुझे बिना इंटरेस्ट के पैसे दिया करती थी ताकि मेरे बच्चे पढ़ लिख सकें. सुब्रामणि 1.6 करोड़ के इस विला में लग्जरी लाइफ़ जी रहा था. उसकी एक बेटी और एक बेटा है, जो वाइटफ़ील्ड के एक इंटरनैशनल स्कूल में पढ़ाई करते हैं.

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सुब्रामणि की संपत्ति को लेकर ये बात भी निकल कर सामने आ रही है कि स्थानीय नेता अपने अवैध धन को उसके पास रखते हैं, जिससे उसने इतनी प्रॉपर्टी खड़ी कर ली है. इस मामले में महादेवपुरा से बीजेपी एमएलए अरविंद लिम्बावली का नाम भी सामने आ रहा है. लेकिन उन्होंने इस मामले में नाम आने के बाद वीडियो जारी कर सुब्रामणि से कोई संबंध न होने की बात कही है.

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आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘हम इस मामले में अभी ज़्यादा खुलासा नहीं कर सकते हैं, लेकिन मामला बेनामी संपत्ति का ही लग रहा है. द्वाराकामयी कम्युनिटी के डेवलपर को भी आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है.

द्वाराकामयी कम्युनिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर लक्ष्मी जेटी के मुताबिक़, उनके पास जो भी जानकारी या डॉक्युमेंट्स थे, वो सभी अधिकारियों को सौंप दिए हैं. हम आगे की जांच के लिए भी तैयार हैं.

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लक्ष्मी जेटी के मुताबिक़ ‘सुब्रामणि साल 2013 में एक अमेरिकी महिला के साथ अपना ऑटो लेकर मेरे पास आया और विला किराए पर लेने की बात की. इसके बाद मैंने उसको 30 हज़ार रुपये मासिक के रेंट पर विला किराए पर दे दिया. साल 2015 में ऑटो ड्राइवर ने विला को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई और 1.6 करोड़ रुपये की राशि को 10-10 लाख रुपये के 16 चेक के ज़रिये भुगतान किया.

सुब्रामणि के पड़ोसियों का आरोप है कि उसके घर पर अक्सर कई लोकल नेता आते-जाते रहते हैं. वो हमेशा अपने घर पर पार्टी का आयोजन करता रहता है. सुब्रामणि क्या काम करता है ये भी नहीं मालूम क्योंकि उसे कभी काम पर जाते नहीं देखा.

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