जब किया गया नवजात का रूटीन स्कैन, तो उसके पेट में मिला जुड़वां भाई का अविकसित भ्रूण

Rashi Sharma

क्या आपने कभी सोचा या सुना है किसी बच्चे ने जन्म लिया और जन्म के साथ ही उसके गर्भ में एक भ्रूण पल रहा हो? लेकिन ऐसा ही एक मामला इंडिया के मुम्ब्रा से सामने आया है, जहां एक बच्चे के जन्म के साथ ही उसके पेट के अंदर उसके ही जुड़वां भाई का भ्रूण पल रहा था.

जी हां, इस बात पर विश्वास करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन ये सच है कि मुम्ब्रा स्थित बिलाल हॉस्पिटल में एक 19 वर्षीय महिला ने 20 जुलाई को एक ऐसे बच्चे (लड़के) को जन्म दिया है, जिसके पेट में उसी का जुड़वां भाई का भ्रूण है.

dailymail के अनुसार, डॉक्टर्स ने बताया, जन्म के बाद ये बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था, लेकिन रूटीन जांच में पता चला कि उसके पेट में पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ बच्चा था, जिसका दिमाग, हाथ और पैर पूरी तरह से विकसित थे. हालांकि, डॉक्टर्स ने ऑपरेशन करके सफ़लता पूर्वक इस अविकसित बच्चे के 7cm मांस के टुकड़े को नवजात के शरीर से अलग कर दिया है.

डॉक्टर्स को संदेह है कि ये वो दुर्लभ कंडीशन है, जिसे मेडिकल साइंस ‘Foetus In Fetu’ Twin Pregnancy के नाम से जाना जाता है. पूरी दुनिया में अब तक इस दुर्लभ कंडीशन के 200 मामले ही सामने आये हैं.

हॉस्पिटल की रेडियोलॉजिस्ट, डॉक्टर भावना थोराट को बच्चे के पेट में कुछ होने का अंदेशा हुआ. डॉक्टर भावना ने कहा, ‘जब हम उसका रूटीन स्कैन कर रहे थे तभी हमें उसके अंदर भ्रूण का अंश दिखा. उसके बाद ऑपरेशन के ज़रिये उसे निकाल दिया गया.

डॉक्टर भावना ने जुलाई की शुरुआत में बिलाल हॉस्पिटल में गर्भवस्था के दौरान इस महिला की स्कैनिंग में गर्भ में कुछ अपसामान्यता नोटिस की थी. 20 जुलाई को इस बच्चे का जन्म हुआ, उसके 9 दिन बाद जब बच्चे रूटीन स्कैन किया गया, तब पता चला कि उसके पेट के अंदर एक और छोटा बच्चा था. डॉक्टर थोराट ने कहा, मैं भ्रूण के ऊपरी और निचले अंगों की हड्डियों को देख सकती थी.

इतना ही नहीं ‘इसके बारे में अनोखी बात यह थी कि मैं एक छोटे सिर के अंदर मस्तिष्क को भी देख सकती थी. हालांकि, इस भ्रूण में खोपड़ी की हड्डी नहीं थी.’

इसके बाद उस बच्चे को थाणे स्थित टाइटन हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां सर्जरी करके उसके पेट से करीब 150 ग्राम का मांस का टुकड़ा निकाला गया. वहीं, गायनकोलॉजिस्ट डॉक्टर नीना निचलानी ने बताया कि सर्जरी के बाद बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है और जल्द ही अपनी मां का दूध पीना शुरू कर देगा.

डॉक्टर नीना ने बताया कि ये Monozygotic Twin Pregnancy (मोनोजागोटिक ट्विन प्रेग्नेंसी) का मामला है, इस कंडीशन में दोनों बच्चों में एक ही गर्भनाल (Placenta) होती है. इसमें एक भ्रूण खुद को गर्भनाल से लपेट लेता है और दूसरे को ढंक लेता है और उसी से अपने न्यूट्रीशियन लेता है.

इस स्थिति में ये दूसरे भ्रूण के पेट, पूंछ या स्कल कहीं भी बढ़ने लगता है. कई बार ऐसी स्थिति में उस भ्रूण की मौत भी हो जाती हैं, जिसके अंदर ये पल रहा होता है क्योंकि दोनों ही भ्रूण एक ही गर्भनाल से अपना पोषक तत्व ग्रहण करते हैं. इसके साथ ही डॉक्टर नीना कहती हैं कि बच्चे को दूसरे टेस्ट्स के लिए भेजा गया है, हम रिपोर्ट्स का इंतज़ार कर रहे हैं.

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