(Inspirational Story Of Bhavishya Desai)– 55 लाख की नौकरी छोड़ने के लिए भी हौंसला चाहिए और फिर यूपीएससी (UPSC) में 29 वां रैंक लाने के लिए भी. हम यूपीएसएसी पास करने वाले कैंडिडेट्स की ऐसी बहुत सी कहानियां सुनते हैं, जहां लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए करोड़ों की नौकरी छोड़ देते हैं. ऐसा ही कुछ भविष्य देसाई ने भी किया. हाल ही में अजमेर (राजस्थान) की रहने वाले भविष्य ने 55 लाख की नौकरी छोड़ दी और पढ़ाई करके यूपीएससी में AIR 29 रैंक लाकर देश का नाम रौशन किया. चलिए भविष्य की इस इंस्पिरेशनल जर्नी के बारे में पढ़ते हैं.
ये भी पढ़ें: यूपीएससी टॉपर कार्तिक की कहानी, व्हीलचेयर पर बैठकर तय किया IIT से ISRO और UPSC तक का सफ़र
चलिए भविष्य देसाई की कहानी को पढ़ते हैं (Inspirational Story Of Bhavishya Desai)-
2021 में यूपीएससी सिविल सर्विसेज़ परीक्षा का परिणाम निकला था. तब राजस्थान के भविष्य ने अपने पहली ही बार में 29वीं रैंक लाकर देश का नाम रौशन किया था. दरअसल उनकी ग्रेजुएशन के बाद उन्हें स्टॉक मार्केट में 55 लाख की जॉब मिली थी. जो उन्होंने ठुकरा दिया. उन्होंने यूपीएससी क्रैक करने के सपना कॉलेज के दिनों से ही देखना शुरू कर दिया था. हालांकि उनका ये फ़ैसला काफ़ी कठिन था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और निकल पड़े अपना सपना पूरा करने.
सोशल मीडिया और मोबाइल फ़ोन से बना ली थी दूरी
भविष्य जिस सपने को पूरा करने के लिए निकले थे, वो आसान नहीं था. भारत के सबसे कठिन परीक्षा को पास करना सबके बस की बात नहीं है. साथ ही भविष्य इस परीक्षा को एक ही बार में पास करना चाहते थे. इसीलिए उन्होंने अपने रूटीन से स्मार्टफ़ोन और सोशल मीडिया को हटा दिया. भविष्य ने दो साल के लिए ख़ुद को कमरे में बंद कर लिया और अपनी तैयारी में जुट गए. (Inspirational Story Of Bhavishya Desai)
अजमेर और कोटा से अपनी पढ़ाई की थी
भविष्य ने अपनी पढ़ाई अजमेर और कोटा से पूरी की थी. जिसके बाद उन्होंने IIT-JEE की परीक्षा पास की और IIT कानपुर से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग पूरा किया. कॉलेज के दौरान से ही भविष्य का यूपीएससी की परीक्षा देने का सपना मज़बूत हो गया.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर है उनकी इंस्पिरेशन!
भविष्य अपना रोल मॉडल भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को मानते हैं. एस जनशंकर भी सिविल सर्वेंट रह चुके हैं. इंडियन फॉरेन सर्विसेज़ में जाने के लिए यूपीएससी की परीक्षा वो भी अंडर 100 की रैंक में पास करने का लक्ष्य भविष्य ने सफ़लतापूर्वक पूरा कर लिया. (Inspirational Story Of Bhavishya Desai)