बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो कुर्सी का मोह छोड़कर अपने आदर्शों और देश के लिए खड़े हो पाते हैं. राजनीति यानि की गंदा नाला, ये हम बचपन से ही फ़िल्मों में सुनते आ रहे हैं. ट्विटर पर रोज़ चलने वाले गंदे Hashtags इस बात का जीता-जागता सुबूत हैं.
लेटेस्ट उदाहरण है दिल्ली के बॉर्डर पर हो रहा किसान आंदोलन. आंदोलन कर रहे किसानों को केन्द्र पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने खालिस्तानी, आतंकवादी, भटके किसान, विपक्ष की साज़िश का हिस्सा और भी बहुत कुछ कह डाला.
सुखप्रीत सिंह नामक इस शख़्स ने ट्विटर पर अपना त्यागपत्र शेयर करते हुए बताया कि उन्होंने बीजेपी को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया है.
सुखबीर ने अपने त्यागपत्र में लिखा,
‘मैं सुखप्रीत सिंह ने 2019 में बीजेपी जॉइन किया था. मैंने पार्टी को मज़बूत बनाने के लिए काम किया है.मैंने 2020 के असेंब्ली इलेक्शन में तिलक नगर असेंब्ली से बतौर बीजेपी के को-कन्वेनर काम किया है और अभी मैं तिलक नगर डिविज़न का IT चीफ़ हूं.मैंने तिलक नगर मंडल डिविज़न के पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूं क्योंकि बीजेपी IT Cell भारत के नागरिकों को फ़ेक ख़बर और ग़लत जानकारी देकर भटकाती है. मैंने जब बीजेपी नेताओं की इन हरकतों का विरोध किया तो किया RW Handles ने मेरा विरोध किया और मुझे ऐंटी-नेशनल कहा.मुझे अपनी क़ाबिलियत के अनुसार सेवा करने का मौक़ा मिला इसलिए मैं पार्टी का शुक्रगुज़ार हूं.’
सुखप्रीत सिंह को प्रधानमंत्री मोदी, रेलवे मंत्री पीयूष गोयल, बीजेपी के पूर्व नेशनल जनरल सेक्रेटरी, संजय विनायक जोशी, BJP4Delhi के वायस प्रेसिडंट, अशोक गोयल, मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट (IC) पावर ऐंड न्यू ऐंड रिन्यूएबल एनर्जी, आर.के.सिंह, Follow करते हैं.
ट्विटर की प्रतिक्रिया-