UP: मक्खियों के आतंक से परेशान गांव वाले, ससुराल छोड़ कर मायके भाग रहीं महिलाएं

Abhay Sinha

Brides Leaving In laws Due To Flies: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का जिला हरदोई (Hardoi). यहां के कुछ गांव इस वक़्त एक बेहद अजीबो-ग़रीब संकट का सामना कर रहे हैं. कथित तौर पर यहां की बहुएं अपना ससुराल छोड़ कर मायके भागने को मजबूर हैं. हालात इतने ख़राब हो चुके हैं कि लोगों का शादीशुदा जीवन संकट में आ गया है.

दिलचस्प बात ये है कि इन सबसे पीछे वजह घरेलू हिंसा, झगड़े, दहेज या फिर कोई और वजह नहीं है. बल्क़ि, इस संकट का कारण बनी है मक्खियां.

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छत से लेकर दीवारें तक मक्खियों का बसेरा

जी हां, ये सुनने में भले ही अजीब लगे. मगर हरदोई जिले के कुछ गांवों की यही हक़ीक़त है. यहां मक्खियों का आतंक पसरा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्खियों की भिनिभिनाहट ने 5,000 से ज़्यादा की आबादी का जीना मुहाल कर दिया है.

लोग न तो चैन से बैठ सकते हैं और न ही सो. खाना-पीना तक मुश्किल हो गया है. लोग जिधर भी बैठते हैं मक्खियां उन पर आकर बैठ जाती हैं. घर की छत से लेकर दीवारें तक मक्खियों का बसेरा बन चुके हैं.

Brides Leaving In laws Due To Flies: बहुएं छोड़ रहीं ससुराल, शादी को नहीं तैयार

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बढ़ईनपुरवा, कुइयां, पट्टी, दाही, सालेमपुर, फतेहपुर, झाल पुरवा, नया गांव, देओरिया, एकघरा जैसे गांव के लोग मक्खियों से काफ़ी परेशान हैं. इनसे बचने के लिए बहुएं ससुराल छोड़ कर मायके चली जा रही हैं. गांव में मक्खियों की समस्या है, ये खबर दूर-दराज़ के इलाकों तक फैल गई है. इस वजह से कोई भी लड़की इन गांवों के लड़कों से शादी नहीं करना चाहती. इस वजह से गांव के कई लड़कों की शादी में दिक्कत आ रही है.

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कहां से आ गई इतनी मक्खियां?

सवाल ये है कि आख़िर हरदोई के कुछ गांवों में इस कतर मक्खियों का आंतक कैसे हो गया. स्थानीय निवासियों की मानें तो इसके पीछे वजह बना है पोल्ट्री फार्म.

जी हां, लोगों के मुताबिक, मक्खियों की समस्या 2014 से शुरू हुई जब पास में एक पोल्ट्री फार्म खुला. पोल्ट्री फार्म की वजह से मक्खियां आने लगी और देखते ही देखते इनकी संख्या हज़ारों में हो गई. पोल्ट्री फार्म के बिल्कुल पास में है गांव बढ़ईनपुरवा और यहां मक्खी की समस्या सबसे ज़्यादा है.

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दरअसल, साल 2014 में भारत सरकार की वित्त पोषित कुक्कुट योजना के अंतर्गत कुइया ग्राम सभा में सागवान पोल्ट्री फार्म की स्थापना हुई थी. जैसे-जैसे पोल्ट्री फार्म की उत्पादन क्षमता बढ़ी, ग्रामीणों की समस्या भी बढ़ती चली गई. इसका सीधा असर पोल्ट्री फार्म से 300 मीटर दूर बढ़ईनपुरवा गांव के ग्रामीणों पर पड़ने लगा.

बता दें, गांव वाले इस समस्या से निजात पाने के लिए लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं. हालांकि, अभी तक उन्हें मक्खियों से छुटकारा नहीं मिल पाया है.

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