मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने एक विवादित बयान दिया है. भाजना नेता ने सरकार के, आंगनवाड़ियों में अंडा बांटने के प्रस्ताव पर कहा, ‘एक कुपोषित सरकार से आप क्या उम्मीद करेंगे? आज वो अंडे परोस रहे हैं, कल को वे चिकन या बकरा परोस सकते हैं. अगर आप उन्हें बचपन से अंडे खिलाएंगे, तो बड़े होकर वे मांस खाने लगेंगे.. वो नरभक्षी भी बन सकते हैं.’
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार गोपाल भार्गव ने कहा, ‘कमलनाथ सरकार लोगों को उनकी इटिंग हैबिट बदलने के लिए मजबूर नहीं कर सकती है और किसी को भी अंडे खाने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.’
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक़, इस बयान के जवाब में कांग्रेस लीडर शोभा ओज़ा ने बीजेपी सरकार वाले राज्यों के नाम गिनवाए जहां आंगनबाड़ी मील्स में अंडे परोसे जाते हैं. उन्होंने भार्गव को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने की भी मांग की.
मध्य प्रदेश में पिछली सरकार ने बच्चों को अंडे परोसने की अनुमति नहीं दी थी. सरकार का ये मत था कि अंडे के कई विकल्प हैं.