सज़ा से परेशान हो कर 5वीं के छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा, ‘किसी को ऐसे सज़ा मत देना’

Sumit Gaur

बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया सहित न्यूज़ चैनलों पर ऐसी कई ख़बरें आ रही हैं, जहां बच्चों को अध्यापकों द्वारा प्रताड़ित करता हुआ दिखाया जा रहा है. गोरखपुर में एक बच्चा अपनी टीचर की प्रताड़ना से इस कदर परेशान हो गया कि उसने आत्महत्या कर ली.

ख़बरों के मुताबिक, मामला गोरखपुर के St. Anthony’s Convent School का है, जहां पांचवी में पढ़ने वाले 11 साल के छात्र को टीचर ने पनिशमेंट के तौर पर एक बच्चे को 3 घंटे तक बेंच पर खड़ा रखा.

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बच्चे के पिता का कहना है कि ‘जब वो स्कूल से आया, तो काफ़ी दुखी था. टीचर ने उसे लम्बे समय तक बेंच पर खड़ा रखा, जिसकी वजह से उसका मानसिक शोषण हुआ. इसके बाद उसने ज़हर खा लिया. उसकी मौत के लिए स्कूल प्रशासन ज़िम्मेदार है.’

घरवालों को बच्चे के बैग से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि ‘आज 15-09-17 को मेरा पहला एग्ज़ाम था. मेरी क्लास टीचर ने मुझे 9.15 तक रुलाया, खड़ा रखा इसलिए क्यूंकि वो चापलूसों की बात मानती है. आज मैंने सोच लिया है कि मैं मरने वाला हूं. मेरी आखरी इच्छा है कि मेरी मैम को किसी बच्चे को इतनी बड़ी सज़ा न देने को कहें.’

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एक मासूम से बच्चे के इस सुसाइड नोट को पढ़ कर आप भी अंदाज़ा लगा सकते हैं कि वो किस तरह के मानसिक दवाब से गुज़रा होगा.

स्कूल की तरफ़ से इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं है. वहीं पेरेंट्स ने स्कूल प्रशासन के ख़िलाफ़ रिपोर्ट लिखवा दी है.

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