Coronavirus XE Variant: हम अब तक कोरोना की तीन लहरें देख चुके हैं, जिसमें कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर दिया था. इस दूसरी लहर में हज़ारों लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई, तो लाखों कोरोना पॉजिटिव हॉस्पिटल में इलाज़ लेकर सही सलामत घर पहुंचे. उसके बाद वैक्सीन देने का प्रोसेस तेज़ कर दिया गया, जिस वजह से कोरोना की तीसरी लहर जल्दी कंट्रोल में आ गई.
लेकिन एक तरफ़ जब देश में कोरोना को फ़ैलने से रोकने के लिए जो, नियम-क़ानून जैसे लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, कर्फ़्यू आदि लगाए गए थे, वो धीरे-धीरे ख़त्म हो रहे हैं. इसी के साथ जनता वापस से अपनी पुरानी वाली लाइफ़ में लौटने की ओर अग्रसर हैं. ऐसे में, ब्रिटेन में कोरोना का नया XE वैरिएंट (Coronavirus XE Variant) पाया गया है. WHO का कहना है कि, कोरोना का ये XE वैरिएंट काफ़ी तेज़ी से फैलता है और हमें इससे सावधान रहना होगा.
इस आर्टिकल में हम आपको ये जानकारी देने जा रहे हैं कि कोरोना का XE वैरिएंट क्या है?, ये कितना ख़तरनाक है? XE वैरिएंट के लक्षण और इससे बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
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Coronavirus XE Variant
XE वैरिएंट क्या है और कितना ख़तरनाक है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना का नया XE वैरिएंट पहली बार 19 जनवरी 2022 को ब्रिटेन में पाया गया था. कोरोना का ये XE वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variants) का एक म्यूटेंट है जो, दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है. हाल ही में WHO ने कहा है कि कोरोना का XE वैरिएंट, ओमिक्रॉन की तुलना में लगभग 10% ज़्यादा तेज़ी से फैलता है.
XE वैरिएंट के लक्षण क्या हैं?
ब्रिटेन की हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी के मुताबिक़, XE वैरिएंट (Coronavirus XE Variant Symptoms) के कॉमन लक्षण नाक बहना, छींकना, सिर दर्द, बुख़ार, ख़ांसी, सांस लेने में तक़लीफ़, बदन दर्द और गले में ख़राश जैसे होते हैं. कोरोना लक्षणों में आमतौर पर मरीज़ को बुख़ार और ख़ांसी की शिकायत रहती है. इसके साथ ही उसे किसी चीज़ का स्वाद और उसकी सूंघने की शक्ति भी निल हो जाती है.
XE वैरिएंट से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
WHO के एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना के XE वैरिएंट से ज़्यादा पैनिक होने की ज़रूरत नहीं (Coronavirus XE Variant precautions) हैं. XE वैरिएंट कोई नया वायरस नहीं है. ये कोरोना का ही रूप है, ऐसे में कोरोना के बाकी वेरिएंट की तरह ही इसमें भी पहले की तरह ही सावधानी बरतने की ज़रूरत है. जैसे कि घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना चाहिए, भीड़-भाड़ में जाने से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. साथ ही, अगर वैक्सीन के दोनो डोज़ नहीं हुए हैं पूरे या बूस्टर डोज़ नहीं ली है अभी तक तो बिना देर किये लगवा लें. अगर आपको ऊपर बताए लक्षणों में से कुछ ख़ुद में नज़र आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर संपर्क करें और उनके दिए इंस्ट्रक्शंस को फ़ॉलो करें. सबसे ज़रूरी बात ऐसे में घबराएं नहीं.
भारत में XE वैरिएंट की एंट्री
हमारे भारत में, भले ही कोरोना से नए पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या कम हो रही है, पर हाल ही में मुंबई और वडोदरा में कोरोना के XE वैरिएंट से इंफ़ेक्टेड मरीज़ पाए गए हैं. ऐसे में हमें ज़्यादा से ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई में अब तक XE वैरिएंट से इंफ़ैक्टेड 2 मरीज़ पाए गए हैं और गुजरात के वडोदरा ज़िले में 1 मरीज़ पाया गया है.
एक तरफ़, जहां भारत में कोरोना के नियमों में छूट दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ़ यूरोप और चीन में कोरोना (Coronavirus XE Variant) से संक्रमित लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. ऐसे में हमें कोरोना के नियमों का पालन ज़रूर करना चाहिए.
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