साल 2021, कोरोना की दूसरी लहर(Covid-19 2nd wave in India) ने देश को इतनी बुरी तरह जकड़ लिया था कि उससे जितना छूटने की कोशिश की जा रही थी हम सब उतना ही उलझते जा रहे थे. घर, सड़क, अस्पताल, श्मशान घाट सब जगह चीख, पुकार, गुहार और लाचारी थी. अस्पताल में न होकर भी लगता था कि आप वहीं हो, एक दिन ऐसा नहीं जाता था जब आप एम्बुलेंस की आवाज़ न सुनो या किसी क़रीबी या अंजान के मदद की आवाज़ न पढ़ों. दिन- रात बस सबकी एक ही दुआ कि बस अब बहुत हुआ. बस होते- होते बहुत कम रह गया था. जिसको हम सब अभी तक तिनका- तिनका जोड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं.
ख़ैर, इस आर्टिकल के माध्यम से लेखिका किसी के भी दुःख को बढ़ाने या उसे उसके दुःख, डर को फिर से सामने लाने की कोशिश नहीं कर रही बल्कि ये कहना चाहती है कि ‘Covid-19 अभी गया नहीं है’ तो इन तस्वीरों को लापरवाही करने से पहले ज़रूर याद रखें.
11. दिल्ली के एक श्मशान घाट पर कोरोना वायरस से मरे मरीज़ों का सामूहिक अंतिम संस्कार. Photojournalist, दानिश सिद्दीकी द्वारा यह तस्वीर बहुत वायरल हुई थी.
16. देश में ऑक्सीज़न की भारी कमी हो गई थी. जिसके चलते लोग ऑक्सीज़न सिलिंडर भरवाने के लिए घंटों लाइनों में खड़े हुए थे. इलाहाबाद का यह दृश्य बिलकुल यही कहानी कह रहा है.