दिवाली के दिन बाद दिल्ली-एनसीआर को घनी स्मॉग की चादर ने ढंक लिया था. अब तक ये माना जा रहा था कि दिवाली के पटाखे, पंजाब-हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाने की वजह से दिल्ली की हालत बद्तर हो गई है.
Indian Meteorological Department (IMD) के अफ़सरों का कहना है कि दिल्ली पर छाई बदली सिर्फ़ प्रदूषण की वजह से नहीं है.
बीते मंगलवार को IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफ़ान ‘क्यार’ कि वजह से भी दिल्ली पर बादल छाए हैं.
रिपोर्ट्सके मुताबिक़ Greenhouse Effect की वजह से न्यूनतम तापमान में कोई गिरावट नहीं आएगी और न ही वर्षा के आसार हैं.
मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफ़ान की वजह से भारी बारिश होगी.
IMD की बुलेटिन के अनुसार,
‘मंगलवार से गुरुवार के बीच तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और साउथ इंटीरियर कर्नाटक और लक्षद्वीप में भारी बारिश के अनुमान हैं.’
प्राइवेट वेदर फ़ोरकास्टिंग एजेंसी, Skymet के चीफ़ महेश पलावट ने बताया,
‘क्यार के आउटर पेरिफ़ेरी के बादल दक्षिण सिंध से बलोचिस्तान, गुजरात, राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश और दिल्ली पर मंडरा रहे हैं. अगले दिनों तक 2 दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और अच्छी धूप नहीं निकलेगी.’