धोती पहने हुए फ़िल्म निर्माता को होना पड़ा भेदभाव का शिकार, मॉल अधिकारियों ने अंदर जाने से रोका

Sumit Gaur

दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में आपने होटल और रेस्टोरेंट की उस मनमानी के बारे में पढ़ा ही होगा, जिन्होंने सिर्फ़ पहनावे को देख कर किसी शख्स को Entry देने से मना कर दिया. ऐसा ही एक मामला कोलकाता में भी देखने को मिला, जहां एक फ़िल्म-मेकर के पहनावे को देख कर मॉल अधिकारियों उसे मॉल के अंदर जाने से रोक दिया.

इस बाबत फ़िल्म-मेकर आशीष अविकुंथक ने एक फ़ेसबुक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने बताया कि ‘कोलकाता के Neo-Colonial Clubs में ऐसे मामले पहले भी कई बार देखे जा चुके हैं, पर मॉल में इस तरह के वाकये को देख कर मैं खुद हैरान हूं. मैं पिछले 26 सालों से धोती पहनता आ रहा हूं, जब मॉल अधिकारियों ने मुझे अंदर जाने से रोका, तो मैं उनसे बहस करने लगा. इस पर वहां सिक्योरिटी में तैनात अधिकारीयों ने बताया कि उन्हें मैनेजमेंट की तरफ़ से धोती और लुंगी पहनने वाले लोगों को अंदर आने से रोकने के लिए कहा गया है.’

इसके बाद आशीष ने कहा कि ‘शहर के प्राइवेट क्लब और रेस्टोरेंट पहले से ही पहनावे को ले कर भेदभाव करते आये हैं, पर अब पब्लिक प्लेस भी ऐसे वाकयों का आना एक गंभीर मामला है.’

आशीष के साथ मौजूद उनके साथी ने देबलीना सेन का कहना है कि ‘जब आशीष सिक्योरिटी वालों से इंग्लिश में बहस की, तब जा कर अधिकारियों ने हमें अंदर जाने दिया.’ देबलीना ने इस सारे वाकये का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसमें इस हादसे को देखा जा सकता है. 

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