कर्नाटक की डॉक्टर का ट्रांसफ़र इसलिए किया गया क्योंकि उसने विधायक की जगह ग़रीब मरीज़ों को चुना

Kratika Nigam

18 सितंबर साल 2018 में जब डॉक्टर वीणा सिंह अस्पताल में मरीज़ों का इलाज कर रही थीं, तभी पेरियापटना के स्थानीय विधायक ने डॉक्टर को इलाज के लिए अपने घर पर बुलाया. अस्पताल में उस वक़्त इकलौती डॉक्टर होने की वजह से उन्होंने वहां जाने से मना कर दिया. इसकी वजह से डॉक्टर वीणा का ट्रांसफ़र 500 किमी दूर कर दिया गया.

डॉक्टर वीणा ने India Today को बताया,

उस दिन मैं ड्यूटी पर अकेली थी. एक तरफ़ मैं सड़क हादसे में घायल तीन लोगों का इलाज कर रही थी, तो दूसरी तरफ़ जब मैं डिलीवरी वॉर्ड में गई तो वहां पर एक गर्भवती महिला बहुत गंभीर हालत में थी, उसका इलाज करने लग गई. तभी नर्स ने बताया कि एक ऑटोड्राइवर उन्हें लेने के लिए आया है और उसने विधायक की तबियत के बारे में भी बताया. इस पर डॉक्टर ने अपने साथी डॉक्टर श्रीनिवास (एएमओ) को पूरी स्थिति समझाई और ड्राइवर को उनसे बात करने को कहा. मगर उसने मना कर दिया और वो वहां से चला गया. अस्पताल में विधायक के लिए एक बेड भी तैयार करके रखा गया था.

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इसके बाद अगले दिन सुबह विधायक अपने 20-25 समर्थकों के साथ अस्पताल में पहुंचे. डॉक्टर ने उन्हें पूरी स्थिति विस्तार से बताई, इसके बावजूद भी विधायक ने डॉक्टर वीणा के ख़िलाफ़ एक शिकायत दर्ज कराई.

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New Indian Express के अनुसार, विधायक की शिकायत के बाद भी चिकित्सा विभाग के निदेशक ने डॉक्टर वीणा के ख़िलाफ़ किसी भी तरह की कार्रवाई करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने उस वक़्त जो किया वो सही था. इसके बाद भी चार महीने बाद डॉक्टर का ट्रांसफ़र कर दिया गया.

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