प्रधानमंत्री ने ग़रीबों के हक़ में किया बड़ा ऐलान, डॉक्टर लिखे सस्ती दवा, इसके लिए बनेगा क़ानून

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आख़िरकार केंद्र सरकार ने आम आदमी को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कदम उठाये जाने की उम्मीद दिखाई है. गुजरात विधानसभा चुनाव तैयारियों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने पाटीदार आरोग्य ट्रस्ट के तहत बने किरण अस्पताल का उद्घाटन किया. इस अस्पताल की नींव तब रखी गयी थी, जब मोदी जी यहां के मुख्यमंत्री थे.

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सूरत में प्रधानमंत्री मोदी ने दवा कंपनियों पर निशाना साधते हुए दवाओं को सस्ती किए जाने के लिए क़ानून बनाने की बात कही है. इसके तहत डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं लिखनी होंगी. जेनेरिक दवाइयां ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में काफ़ी सस्ती होती हैं.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 15 वर्षों बाद स्वास्थ्य नीति लाई है और दवाओं के मूल्य की सीमा तय की है, जिससे कुछ दवा कंपनियों में नाराज़गी भी दिख रही है.

प्रधानमंत्री ने आम आदमी और ग़रीबों की समस्याओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि डॉक्टर उपचार के दौरान इस तरह से पर्चे पर लिखते हैं कि गरीब लोग उनकी लिखावट को नहीं समझ पाते और उन्हें मेडिकल स्टोर से अधिक कीमत पर दवाइयां खरीदनी पड़ती हैं.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में डॉक्टर कम हैं, अस्पताल कम हैं और दवाइयां महंगी हैं. अगर किसी मध्यम वर्गीय परिवार का कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है, तब उसके परिजनों की आर्थिक स्थिति और ख़राब हो जाती है.

स्वस्थ रहने के लिए उन्होंने योग के महत्त्व पर भी ज़ोर दिया. प्रधानमंत्री ने बताया कि दवा निर्माता इससे कितने नाराज़ हुए हैं, लेकिन शक्तिशाली लॉबी के रोष के बावजूद सरकार ये कदम उठा रही है, ताकि गरीब और आम आदमी अपना अच्छा और सस्ता उपचार करा सकें.

Source: Timesofindia 

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