गांव में बन सके बच्चों के लिए खेल का मैदान, इसलिए एक जीप ड्राइवर ने दान कर दी अपनी पुश्तैनी ज़मीन

Komal

राजस्थान के एक जीप ड्राइवर ने साबित कर दिया है कि किसी के लिए कुछ अच्छा करने के लिए दौलत नहीं, बल्कि बड़ा दिल चाहिए होता है. महीने में चंद हज़ार रुपये कमा पाने वाले, 30 वर्षीय मेजर अली ने अपनी पांच बीघा ज़मीन सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए प्लेग्राउंड बनाने के लिए दान कर दी है.

सीकर ज़िले के लवंडा गांव में ये स्कूल है. अली ने अपने पांच भाइयों को भी इस नेक काम के लिए मनाया, जिसकी बदौलत अब जल्द ही स्कूल में बच्चों के लिए खेल का मैदान होगा.

अली, ज़मीनें दान करने वाले उन 109 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा सम्मानित किया गया है.

अली ने बताया कि उनके और उनके भाइयों के पास इस गांव में 14 बीघा पुश्तैनी ज़मीन है. सभी भाई मजदूरी करते हैं. इस ज़मीन की कीमत लगभग 30 लाख है, लेकिन इसे दान कर के उन्हें जो ख़ुशी मिली है, वो अनमोल है.

स्कूल के हेडमास्टर रेशम लाल अरोड़ा ने उन्हें ज़मीन दान करने के लिए प्रेरित किया था. रेशम बताते हैं कि उन्होंने अन्य सक्षम लोगों से भी स्कूल के लिए कुछ करने की अपील की थी. अली ने आगे आकर अपनी ज़मीन दान कर के स्कूल की सहायता की. 

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