टीवी डिबेट के दौरान कई लोगों को अपना आपा खोते हुए आपने देखा ही होगा. वैचारिक मतभेद कभी इतना ज़्यादा बढ़ जाता है कि बात थप्पड़-मुक्के तक जा पहुंचती है. डिबेट की गरिमा की सारी हदें पार कर दीं Ordnance Corps के मेजर जनरल ने.
ये बात सुनकर साथी पैनलिस्ट्स के साथ ही एंकर ने भी अपना आपा खो दिया. मेजर जनरल को माफ़ी मांगने को कहा गया पर वो अपने बात पर अड़े रहे.
इस पूरे मामले के कई वीडियो ट्विटर पर शेयर किए जा रहे हैं.
बहुत ही असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण. मुझे यक़ीन है कि ये शख़्स कभी Frontline पर भी नहीं होगा और न ही इसका CT Ops से कोई संपर्क रहा होगा. AC स्टूडियो में बैठकर बात करके सभी के अच्छे काम और शहादत का मान कम करना आसान है. ज़रा से Fame के लिए आपत्तिजनक बयान देने वाला एक शख़्स.
मेजर जनरल एस. पी. सिन्हा ने सेना को बदनाम किया है. मेरी दरख़्वास्त है कि इनसे इनका रैंक तुरंत छीन लिया जाए. सेना के Reputation को इस शख़्स ने ख़राब किया है.
शर्मनाक बयान. एक अफ़सर के लिए अशोभनीय. ये बयान इनकी जानकारी की कमी, ज़मीनी हक़ीक़त से दूरी और 2 पल की Fame की चाहत दिखाता है. उनको माफ़ी मांगनी चाहिए. हम Veterans उनके बयान की निंदा करते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सेना ने भी मेजर जरनल सिन्हा के बयानों से दूरी बना ली है. The Print को आर्मी हेडक्वार्र्स के सीनियर अफ़सर ने बताया,
सेना के सूत्रों के मुताबिक़ ऐसा अफ़सर जिसने कभी सैनिकों को कमांड नहीं किया, कभी एंटी-टेरर ऑपरेशन या वैली के किसी भी ऑपरेशन में हिस्सा नहीं लिया का बयान सेना की छवि बिगाड़ता है.