अंग दान का संदेश देने 10,000 किलोमीटर की यात्रा पर निकला ये किसान हर किसी के लिए प्रेरणा है

J P Gupta

महाराष्ट्र के सांगली ज़िले में रहते हैं 67 वर्षीय किसान प्रमोद महाजन. 10 साल पहले इन्होंने किसी को ज़रूरत पड़ने पर अपनी एक किडनी दान की थी. उनकी दी गई किडनी से उस शख़्स की जान बच सकी थी. इस वाकये ने प्रमोद महाजन को एहसास कराया, कि कैसे अंगदान करने से किसी की ज़िंदगी को रोशन किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि वो लोगों को ऑर्गन डोनेट करने के लिए जागरुक करेंगे.

अपने इसी लक्ष्य के साथ 67 वर्षीय महाजन निकल पड़े हैं ‘भारत ऑर्गन यात्रा’ पर. इसके तहत वो पूरे देश में मोटरसाइकिल के ज़रिये लोगों को अंग दान करने के लिए प्रेरित करने वाले हैं. उनकी इस नेक मुहिम में साथ दे रहा है पुणे का एक एनजीओ Rebirth.

ये संस्था अंग दान के प्रति लोगों को जागरुक करने का काम करती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस यात्रा का आइडिया महाजन ने ही दिया था. इसके बाद एनजीओ ने उनके प्लान के साथ पुणे की Zonal Transplant Coordination Committee से बात की.

अब दोनों मिलकर महाजन की इस यात्रा को Sponsor कर रहे हैं. महाजन की ये यात्रा तकरीबन 10,000 किलोमीटर की होगी. 21 अक्टूबर को इस यात्रा का शुभारंभ हुआ था और फ़िलहाल महाजन मुंबई में हैं.

प्रमोद महाजन ने इस बारे में बात करते हुए बताया कि, ‘मैंने जिस व्यक्ति को किडनी दी थी, वो हेल्दी है और दो बच्चों का पिता भी. मेरे अंग दान की वजह से उसकी ज़िंदगी में 16 साल और जुड़ गए. मैं भी एक हेल्दी लाइफ़ जी रहा हूं. इस यात्रा के ज़रिये मैं अपने देश को कुछ लौटाने की कोशिश कर रहा हूं.’

उनका कहना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा था तो वो 15, 000 किलोमीटर की यात्रा करेंगे. 

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