इंदौर के एक किसान को कंज़्यूमर फ़ोरम में शिकायत दर्ज करने के 9 साल बाद मिला इंश्योरेंस का पैसा

Sanchita Pathak

‘कंज़्यूमर फ़ोरम’ से जुड़ी हम कई ख़बरें पढ़ते रहते हैं. इस बीच मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से भी कंज़्यूमर फ़ोरम का एक बेहद दिलचस्प मामला सामने आया है. 
Free Press Journal की रिपोर्ट के अनुसार, एमपी कंज़्यूमर फ़ोरम के स्टेट कमीशन ने एक किसान, विशन सिंह राजपूत को इंश्योरेंस कंपनी से पैसे दिलवाए. किसान ने 2011 में इंश्योरेंस क्लेम किया था और फ़ोरम में शिकायत दर्ज की थी.

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दरअसल, विशन सिंह राजपूत ने अपने फ़ार्म पर इस्तेमाल करने के लिए ट्रैक्टर ख़रीदा था. 28 अप्रैल, 2011 को वो रात के लगभग 9 बजे मंडी से लौट रहे थे और ट्रैक्टर एक ब्रिज पर पलट गई. स्टेट कमिशन के प्रेसिडेंट जस्टिस शांतनु केमकर और सदस्य प्रभात कुमार पराशर ने विदिशा स्थित ज़िला कंज़्यूमर फ़ोरम में अपील सुनी थी और शिकायत ख़ारिज कर दिया था. इस दौरान फ़ोरम की मदद से किसान को इंश्योर्ड ट्रैक्टर के रिपेयरिंग के लिए 30 हज़ार रुपये मिले.

बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर दुर्घटना ग्रस्त होने के कारण उसमें सवार मुन्नीबाई संग अन्य परिवार के सदस्यों की मौत हो गई. कंपनी को जानकारी दी गई और कंपनी ने राजपूत को ट्रैक्टर रिपेयरिंग करने का आश्वासन दिया. इसके बाद जब राजपूत ने रिपेयरिंग के लिए पैसे क्लेम किये तो क्लेम खारिज कर दी गई.

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मामला सुलझाने और क्लेम पाने के लिए राजपूत ने ‘ज़िला कंज़्यूमर फ़ोरम’ में शिकायत की और शिकायत खारिज हो गई. कमर्शियल वेइकल पॉलिसी के तहत 19/11/10 से 18/11/11 तक ट्रैक्टर पर 3,99,000 रुपये का इंश्योरेंस था. बाद में स्टेट कमीशन ने फिर से सुनवाई की और मामले को सुलझाया. इंश्योरेंस कंपनी को 30 हज़ार का चेक देने का निर्देश दिया गया.

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