गोरखपुर में मृत शिशु के लिए अस्पताल ने नहीं दिया वाहन. लापरवाही कम थी, जो असंवेदनशील भी हो गए?

Akanksha Sharma

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 60 से अधिक बच्चों की मौत ने जहां पूरे देश को दहला दिया है, वहीं शहर के एक अस्पताल का एक और असंवेदनशील चेहरा सामने आया है.

जनता के रिपोर्टर नाम की वेबसाइट के हवाले से ख़बर है कि गोरखपुर के एक अस्पताल प्रशासन ने एक माता-पिता को अपने 9 महीने के बच्चे का शव ऑटो में ले जाने को मजबूर किया. वेबसाइट के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस न देने की वजह गोरखपुर दौरे में मुख्यमंत्री योगी की सुरक्षा में खतरा होना बताया था. हालांकि, इस खबर में वेबसाइट ने कहीं भी अस्पताल का नाम नहीं बताया है.

न्यूज़ नेशन के एक पत्रकार से बात करते हुए मृत बच्चे के पिता ने कहा, ‘लेडी डॉक्टर ने बिना एंबुलेंस की व्यवस्था किए ही मुझे बच्चे को यहां से ले जाने के लिए कहा है. अब बच्चे को दफ़नाने के लिए ऑटो से ले जाने के अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है.’

गौरतलब है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से एक हफ़्ते में 60 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही योगी सरकार की खूब किरकिरी हो रही है. लेकिन सीएम योगी का कहना है कि अस्पताल में हुई मौत की वजह ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी नहीं है. योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद होने के कारण भी मामले ने अच्छा-ख़ासा राजनीतिक तूल पकड़ लिया है.

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