भारत की सुस्त पड़ी इकॉनोमी को बूस्ट देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को मीडिया से मुख़ातिब हुईं. इस दौरान उनका कहना था कि केंद्र सरकार 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लिए प्रयास कर रही है.
इस दौरान निर्मला सीतारमण ने ‘पंजाब नेशनल बैंक’, ‘यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया’ और ‘ओरिएंटल बैंक’ के विलय का ऐलान किया. इस विलय के साथ ही पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है. वित्त मंत्री ने साथ ही ‘यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया’, ‘आंध्रा बैंक’ और ‘कॉरपोरेशन बैंक’ के विलय जबकि ‘केनरा बैंक’ का ‘सिंडिकेट बैंक’ के साथ विलय का ऐलान भी किया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसके अलावा ‘इंडियन बैंक’ में ‘इलाहाबाद बैंक’ के विलय का ऐलान भी किया गया. इस विलय के बाद देश को 7वां बड़ा पीएसयू बैंक मिलेगा. वित्त मंत्री के ऐलान के बाद अब देश में 12 सरकारी बैंक ही रह गए हैं. जबकि साल 2017 में पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक थे.
इस दौरान निर्मला सीतारमण ने बताया कि देश के 18 में से 14 सरकारी बैंक प्रॉफ़िट में हैं.
आईये जान लेते हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने और क्या-क्या ऐलान किये-
1- वित्त मंत्री ने बैंकिंग सेक्टर को लेकर कहा कि बैंकों को जल्द ही 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने का फ़ैसला किया है. बैंक अब RBI द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती का फ़ायदा सीधे ग्राहकों को देंगे, जिससे ग्राहकों को सस्ता होम और ऑटो लोन मिलेगा.
2- वित्त मंत्री ने साथ ही ख़स्ता हाल ऑटो सेक्टर को लेकर कहा कि ऑटो इंडस्ट्री को बूस्ट देने के लिए भी अहम फ़ैसले लिए गए हैं. 31 मार्च 2020 तक ख़रीदे गए BS-4 वाहन मान्य होंगे. वन टाइम रजिस्ट्रेशन फ़ीस को जून 2020 तक के लिए बढ़ा दिया गया है.
3- वित्त मंत्री ने GST रिफ़ंड में देरी से पैसों की कमी झेलने वाले छोटे कारोबारियों को राहत देते हुए ऐलान किया कि अब जीएसटी रिफ़ंड का भुगतान 30 दिनों के अंदर किया जाएगा.
4- इंफ़्रास्ट्रक्चर सेक्टर को मजबूती देने के लिए 100 लाख करोड़ रुपये का पैकेज देने का ऐलान किया गया है. इस सेक्टर के कामकाज पर नज़र रखने के लिए ‘स्पेशल टास्क फ़ोर्स’ भी बनाई जाएगी.
वित्त मंत्री के ऐलान के बाद बैंकों की स्थिति कुछ ऐसी होगी-
1. पंजाब नेशनल बैंक
-यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया
2. केनरा बैंक
सिंडिकेट बैंक
3. इलाहाबाद बैंक
इंडियन बैंक
4. यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया
-आंध्रा बैंक
5. बैंक ऑफ़ इंडिया
6. बैंक ऑफ़ बड़ौदा
7. बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र
8. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
9. इंडियन ओवरसीज बैंक
10. पंजाब एंड सिंध बैंक
11. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया
12. यूको बैंक