विज्ञान के इतिहास में पहली बार मृत महिला के गर्भाशय ट्रांसप्लांट से किसी बच्चे का जन्म हुआ है

Akanksha Tiwari

विज्ञान की दुनिया में एक ऐतिहासिक चमत्कार हुआ है. इसे डॉक्टर की मेहनत और कुदरत का चमत्कार ही कहेंगे, कि एक मृतक महिला के गर्भाशय ट्रांसप्लांट से दूसरी महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. ‘लांसेट’ जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, सितबंर 2016 में ब्राज़ील के साओ पाउलो में इसका सफ़ल ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद दिसंबर 2017 में Hospital das Clínicas at the Universidade de में बच्चे का जन्म हुआ.

हांलाकि, 2013 में Uterine Transplant के ज़रिये 13 बच्चों को जन्म दिया गया था पर मृतक डोनर का ये पहला केस है. रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसप्लांट के ज़रिये नवजात शिशु को जन्म देने वाली 32 वर्षीय महिला एक सिंड्रोम का शिकार थी, जिस वजह से उसकी पैदाइश ही बिना गर्भाशय के हुई. वहीं डोनर (मृत महिला) की उम्र 45 वर्ष थी, जिसने Naturally डिलीवरी से 3 बच्चों को जन्म दिया था. महिला की मौत स्ट्रोक की वजह से हुई थी.

मृतक महिला का गर्भाशय निकाल कर दूसरी महिला में प्रतिरोपित करने में करीब 10 घंटे का समय लगा, जिसके बाद डॉक्टर्स को मासिक धर्म शुरू होने के लिए वेट करना पड़ा. ताकि महिला का शरीर नए अंग को रिजेक्ट न करे दे. करीब सात महीने बाद डॉक्टर्स ने देखा कि महिला के गर्भाशय में अंडे बनने शुरू हो गये हैं और महिला को गर्भवती होने की ख़ुशख़बरी दी.

जो नामुमकिन को मुमकिन कर दें, उन्हें डॉक्टर्स कहते हैं!

Source : SW

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