कभी सोचा है मक्खियों को कितना भी भगाओ वो बार-बार आपके ऊपर आकर क्यों बैठ जाती हैं?

Maahi

मक्खियों का भिनभिनाना किसे पसंद होता है. ख़ासकर बारिश के मौसम में मक्खियां बेहद परेशान करती हैं. मक्खियों से कई तरह की बीमारियों का ख़तरा होता है. क्योंकि ये अक्सर गंदगी और सड़ी-गली चीज़ों पर भिनभिनाते के बाद हमारे खाने-पीने की चीज़ों पर बैठ कर बीमारियां फ़ैलाती हैं. यही कारण है कि लोग मक्खियों को अपने आस पास फटकने भी नहीं देते.

ये भी पढ़ें- कभी सोचा है, मक्खी एक जगह बैठकर अपने हाथ क्यों मलती रहती है?

nowthisnews

ख़ासकर मीठे पर तो मक्खियां जान छिड़कती हैं. मीठे के अलावा भी मक्खियां खाने पीने के सामान पर बैठ जाती है. कई बार तो ऐसा भी होता है मक्खियों को बार-बार भागने के बाद भी वो घूम फिर कर ठीक उसी जगह पर आकर बैठ जाती हैं.  

thestatesman

सवाल ये है कि आख़िर मक्खियां को बार-बार भगाने के बाद भी वो घूम फिर कर वापस वहीं क्यों बैठ जाती हैं?  

दरअसल, मक्खियां हर चीज़ को स्लो मोशन में देखती हैं. वो चीज़ों को सीखने और समझने में काफ़ी सक्षम भी होती हैं. हालांकि, वो बेहद चालाक तो नहीं होती हैं, लेकिन वो चीज़ों को याद रखने में बड़ी माहिर होती हैं. वो भोजन को उसके रंग और किसी दर्द को उसके आकर से पहचान लेती हैं.  

thespruce

उड़ाने के बाद फिर क्यों वापस आ जाती हैं? 

मक्खियों को बार-बार उड़ाने के बाद फिर से वापस लौट आने के पीछे कोई ठोस वैज्ञानिक कारण तो नहीं है, लेकिन मक्खियों के बारे में कहा जाता है कि उनकी सूंघने की शक्ति काफी अच्छी होती है. वो एक बार जिस चीज़ को चख लेती हैं फिर उसे भूलती नहीं हैं. इसीलिए वो घूम फिर कर उसी जगह पर वापस आ जाती हैं.  

britannica

ये भी पढ़ें- खुली खिड़की देखकर घर के अंदर घुसने वाले पतंगे-मक्खियां, खुली खिड़की से बाहर क्यों नहीं जा पाते?  

मक्खियों की याददाश्त काफ़ी तेज़ होती है. जब आप इन्हें भगाते हैं तो वो आपको याद रखती हैं. मक्खियां अक्सर इंसान के पहले हमले को हमेशा याद रखती हैं. पहले हमले के बाद वो और भी ज़्यादा सतर्क हो जाती हैं. ये जानते हुए कि हर एक जगह शिकारी बैठा है वो फिर भी अपने भोजन के लिए वापस लौट कर आती हैं.   

mentalfloss

Treehugger के एक लेख की मानें तो मक्खियां इंसानों को पसंद करती हैं! मक्खियों के पसंदीदा भोजन, पॉटी, खाना और सड़ते मांस की तरह ही हम इंसान भी उन्हें पसंद है. मक्खियां इंसानों के शरीर पर पसीना, डेड स्किन (Dead Skin), ऑयल (Oil) या कुछ भी जो उनके खाने लायक हो उसे खाने की नीयत से बैठती हैं.

ndtv

The Statesman के एक लेख के अनुसार, मक्खियों का मुंह बेहद सॉफ़्ट, स्पंजलाइक (Spongelike) होता है और ये इंसानों के शरीर पर बैठकर उन्हीं काटती नहीं, बल्कि त्वचा पर पड़ा खाना चूसती हैं. हम इंसान कार्बन डायऑक्साइड (Carbon dioxide) छोड़ते हैं और मक्खियां इससे भी आकर्षित होती हैं. इंसानों के शरीर से निकलने वाला हीट (Heat), पसीना और सॉल्ट (Salt) भी मक्खियों को एट्रैक्ट करता है.

इतना ही नहीं मक्खियां यदि आपस में लड़ती भी हैं तो हार या जीत के बाद वो अपने प्रतिद्वंद्वी को याद रखती हैं और उसी के अनुसार व्यवहार भी करती हैं. मक्खियों का वैज्ञानिक नाम Drosophila (ड्रोसोफिला) है.  

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे