जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या को लेकर अमेरिका समेत दुनिया के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्राइवेट ऑटोप्सी रिपोर्ट में ये बात साफ़ हो गई कि फ़्लॉयड की मौत दम घुटने (Asphyxia) की वजह से हुई.
बीते रविवार को ट्रंप को सपरिवार, पास के St.John’s गिरिजाघर जाना था. प्रदर्शकों की भीड़ को हटाने के लिए और ट्रंप को सुरक्षित गिरिजाघर पहुंचाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, फ़्लैश ग्रेनेड का इस्तेमाल किया. प्रदर्शकों ने ‘Presidents’ Church’ में भी आग लगाई थी और ट्रंप के सहयोगियों ने इसकी कड़ी नींदा की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति निवास की तरफ़ हज़ारों प्रदर्शक ‘Black Lives Matter’, ‘I can’t breathe’ और ‘No Justice, No Peace’ के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते प्रदर्शकों की तस्वीरों के बीच व्हाइट हाउस की ‘लाइट्स ऑफ़’ वाली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर आई.
अमेरिकी पुलिस और प्रदर्शकों के बीच झड़प, पुलिस बर्बरता की ख़बरों के बीच पुलिस अफ़सरों द्वारा प्रदर्शकों को गले लगाने, उनके साथ प्रदर्शन में शामिल होने और घुटने पर आकर क्षमा मांगने की भी तस्वीरें आईं.
ह्यूस्टन के पुलिस चीफ़ से एक इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों पर टिप्पणी देने के लिए कहा गया, पुलिस चीफ़ ने ये कहा,