Success Story: जानिए इस किसान ने ऐसा क्या किया कि वैज्ञानिक भी हैं हैरान, लेना चाहते हैं गोद

Nripendra

Girja Shanker Maurya Earning Lakh by Natural Farming in Hindi: इंसान दिमाग़ लगाए, तो वो क्या नहीं कर सकता है. ऐसा ही कुछ काम लखनऊ ज़िले के 34 वर्षीय किसान गिरजा शंकर मौर्य ने किया है. जहां एक तरफ़ गांव की एक बड़ी आबादी खेती छोड़ शहर में बस रही है, तो वहीं गिरजा जैसे किसान गांव में रहकर मिसाल पेश कर रहे हैं. आइये, जानते हैं गिरजा शंकर मौर्य के बारे में जिन्होंने नेचुरल खेती का एक ख़ास मॉडल पेश किया है, जिनसे वो लाखों रुपए काम रहे हैं. 

आइये, जानते हैं कौन हैं गिरजा शंकर मौर्य और कैसे वो खेती (Girja Shanker Maurya Earning Lakh by Natural Farming in Hindi) की कम ज़मीन का इस्तेमाल कर लाखों रुपये कमा रहे हैं.  

पद्मश्री सुभाष पालेकर से सीखा प्राकृतिक खेती का गुर

Girja Shanker Maurya Earning Lakh by Natural Farming in Hindi: वर्तमान में किसानों का रुझान प्राकृतिक खेती की तरफ़ बढ़ा है. कहा जाता है कि इसमें लागत कम और मुनाफ़ा ज़्यादा होता है. वहीं, इस बात गिरजा शंकर मौर्य से साबित भी किया है. 

जानकारी ने अनुसार, गिरजा शंकर ने पद्मश्री सुभाष पालेकर से प्राकृतिक खेती का गुर सीखा और इसे अपनी ही 1 एकड़ से कम ज़मीन में इस्तेमाल किया है. उनके खेती के इस नेचुरल मॉडल ने गांव वालों के अंदर आत्मविश्वास भरने का काम किया है. हर कोई गिरजा शंकर के नेचुरल खेती मॉडल से प्रभावित है.

एक एकड़ से भी कम ज़मीन में 12 फसलें 

Girja Shanker Maurya of Uttar Pradesh in Hindi: जहां किसान अपने खेत में एक या दो फसलें लगाते हैं, वहीं, गिरजा शंकर ने 1 एकड़ से कम ज़मीन पर 12 फसलों लगाकर सभी को हैरान कर दिया है. गांव को हर कोई गिरजा के मॉडल को अपनाना चाहता है. इसलिए, वो गांव वालों को भी प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि वो भी कम लागत में ज़्यादा मुनाफ़ा हासिल कर सकें. 

कमा रहे हैं लाखों 

Girja Shanker Maurya of Uttar Pradesh in Hindi: एक मीडिया संगठन से हुई बातचीत में गिरजा शंकर ने बताया कि वो मल्‍टी लेयर मॉडल खेती पर काम कर रहे हैं और इसे उन्होंने अपने 0.40 एकड़ खेत पर अप्लाई किया है. वहीं, इस छोटी से ज़मीन से उन्होंने पिछले साल 1.5 लाख रुपए की आमदनी की है. उन्होंने ज़मीन में 12 से 14 फसले उगाई हैं.

वहीं, 0.8 एकड़ खेत से उन्होने 3.5 लाख रूपए की आमदनी हुई. गिरजा शंकर का कहना है कि प्राकृतिक खेती अपनाकर कम ज़मीन से हर महीने 60 हज़ार का नेट प्रॉफ़िट कमाया जा सकता है. 

नवाज़ा गया पुरस्कारों से 

Girja Shanker Maurya Earning Lakh by Natural Farming in Hindi: गिरजा शंकर के नेचुरल खेती मॉडल के लिए उन्हें कई पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है. पिछेल साल 27 अक्‍टूबर को उन्हें खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने ‘सम्‍पूर्ण स्‍वदेशी सम्‍मान’ से नवाज़ा था. वहीं, भारतीय गन्‍ना अनुसंधान संस्‍थान ने भी उन्हें इसी साल 26 अप्रैल को सम्मानित किया था. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केंद्रीय उपोष्‍ण बागवानी संस्‍थान भी उन्हें सम्मानित कर चुका है.

गोद लेने का ऑफ़र 

Girja Shanker Maurya Earning Lakh by Natural Farming in Hindi: गिरजा शंकर मौर्य की प्राकृतिक खेती की तकनीक देख डॉ भीमराव अंबेडकर विश्‍वविद्यालय का माइक्रोबायलॉजी विभाग काफ़ी प्रभावित है. हाल ही में वहां की एचओडी संगीता सक्सेना ने गिराज शंकर के खेत का भ्रमण किया और प्राकृतिक खेती देख उन्हें गोद लेने की बात कह डाली. 

हालांकि, इसके लिए गिरजा शंकर ने हंसकर उन्हें मना कर दिया कि मेरा परिवार भी है. 

प्राकृतिक खेती के विस्तार के लिए गिरजा शंकर मौर्य गांव में ग्राम संसद और ग्राम उत्सव का भी आयोजन करते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों आते हैं. उनके लिए खाने-पीने का भी निशुल्क प्रबंध किया जाता है.

उन्‍होंने एक खेत में उड़द, हल्‍दी, अरहर, नैपियर (चारा) और मनोकामिनी की खेती की. वहीं, दूसरे में आम, अमरूद, केला, पपीता, परवल, कुंदरू व खेतों के किनारे में नैपियर लगाया है. 

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