7 साल की इस बच्ची का दिल सीने में नहीं है, अब आॅपरेशन ही इसकी आख़िरी उम्मीद है

Pratyush

इस 7 साल की मासूम बच्ची की मुस्कान के पीछे एक दर्द और डर छिपा है. दर्द जो इसे बीमारी की वजह से झेलना पड़ता है और डर मौत का. इस रूसी बच्ची का नाम Virsaviya Borun-Goncharova है और इसे Thoraco-Abdominal Syndrome नाम की दुर्लभ और घातक बीमारी है.

 इस बच्ची का दिल सीने में नहीं, बल्कि दोनों पसलियों के बीच में है, ये जब तेजी से धड़कता है, तो दृश्य दर्दनाक होता है. जब ये पैदा हुई थी, तो डॉक्टरों ने कहा था​ कि ये ज़्यादा दिन जीवित नहीं रह पाएगी. इसके मां-बाप को हिदायत दी गई थी कि बुरी से बुरी परिस्थिति देखने के लिए तैयार रहें.

डॉक्टरों के लाख कहने के बावजूद इसके मां-बाप हिम्मत नहीं हारे और अब 7 साल बाद ये बच्ची आॅपरेशन की उम्मीद लेकर अमेरिका जा रही है.

बच्ची की मां Dari Borun ने BBC को बताया कि वो पहले भी अमेरिका इलाज के लिए जा चुकी है, पर उस वक़्त डॉक्टरों ने बताया ​था कि इसका ब्लड प्रेशर ज़्यादा है, जिस कारण उसका आॅपरेशन नहीं हो सका. वो एक बार फिर से इलाज के लिए वहां जा रही है, इस उम्मीद में दवाई से उसका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा और उसका आॅपरेशन हो सकेगा.

Virsaviya किसी आम बच्ची की तरह ज़िन्दगी जीती है. वो खेलती है, मौज करती है, पर कोई ऐसा काम नहीं कर सकती जिससे उसकी सांस फूले, जैसे दौड़ना. वो थोड़ा घबराई हुई है क्येांकि डॉक्टरों का कहना है कि वो ज़्यादा दिन जीवित नहीं रह पाएगी.

हम दुआ करते हैं कि Virsaviya का आॅपरेशन संभव और सफ़ल हो सके.

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