इस लड़की की 90 प्रतिशत तक हड्डियां टूट चुकी हैं, लेकिन इरादे उतने ही मज़बूत हैं

Sumit Gaur

18 साल की सबल परवीन Osteogenesis Imperfecta नाम के एक जेनेटिक डिसऑर्डर से पीड़ित है. इसकी वजह से परवीन की हड्डियां काफ़ी कमजोर हैं और जल्दी ही टूट जाती हैं.

बिहार के भागलपुर की रहने वाली परवीन के शरीर की 90% हड्डियां पहले ही टूट चुकी है. इसके बावजूद परवीन हिम्मत हारती हुई दिखाई नहीं देती और कहती हैं ‘मैं अपने आपको अपंग नहीं मानती, क्योंकि मेरे इरादे बहुत मजबूत हैं.’

इसके बाद परवीन कहती हैं कि ‘मेरा दिमाग सही काम करता है, बस मैं हिल नहीं पाती.’

जिसकी वजह से लोग मुझे तरस की नज़रों से देखते हैं.

परवीन एक आम बच्चे की तरह ही पैदा हुई थीं, पर 20 साल की होने पर अचानक उनके शरीर में बदलाव होने लगे.

परवीन की मां ग़ज़ाला का कहना है कि ‘जब परवीन पैदा हुई थी, तो उसकी स्किन बहुत पतली थी. डॉक्टरों ने हमें उसी समय बताया था कि परवीन की हड्डियां काफ़ी कमजोर हैं. उसे कैल्शियम की भारी मात्रा दी गई, पर समय परवीन पर उनका कोई असर नहीं हुआ.’

ग़ज़ाला की मानें, तो परवीन का ध्यान उसकी बहनें रखती हैं, जिनका काम परवीन के सुबह जगाने के साथ ही शुरू हो जाता है और रात सोने तक चलता रहता है.

परवीन कहती हैं उन्हें इस चीज़ से सख्त नफ़रत हो गई है, वो भी खुले आसमान में अपनी उम्र की लड़कियों की तरह उड़ना चाहती है. परवीन कहती हैं कि कई बार उनका शरीर उन्हें किसी कैदखाने की तरह लगता है.

परवीन के पास एक बिल्ली है और उन्हें उसके साथ फ़िल्में देखना पसन्द है. सलमान खान उनके पसन्दीदा स्टार हैं. परवीन ने हाल ही में एक हेल्पर की मदद से अपने एग्ज़ाम दिए हैं और आगे बैंक में नौकरी करना चाहती हैं. परवीन का मानना है कि उनकी नौकरी ही उनकी किस्मत बदल सकती है.

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे