गोल्डन बाबा इस साल भी कांवड़ यात्रा पर निकले, ख़राब सेहत की वजह से मात्र 16 किलो गहने पहनेंगे

Kundan Kumar

श्री पंचदशानाम जूना अखाड़ा के महंत सुधीर मक्कड़ उर्फ़ गोल्डन पुरी बाबा इस साल भी अपने अनुयायियों के साथ मेरठ से कांवड़ लेकर निकले. उनकी यह यात्रा उनके सोने के गहनों की वजह चर्चा में रहती है. गोल्डन बाबा के काफ़िले में लग्ज़री कार भी मौजूद होती हैं. 

HT

इस साल जब गोल्डन बाबा अपने अनुयायियों के साथ यात्रा पर निकलें, तो उनके बदन पर पिछले साल से कम सोना मौजूद था, आमतौर पर वह 20 किलो सोना पहनते हैं, लेकिन इस साल स्वास्थ्य के कारणों से उन्होंने 16 किलो सोना पहन रखा था. ANI से बात करते हुए हुन्होंने कहा, 

YouTube
ख़राब सेहत की वजह से इस साल मैंने कांवड़ यात्रा में हिस्सा नहीं लेने वाला था, लेकिन कई उपासकों और कांवड़ियों ने ज़ोर दे कर मुझे कांवड़ लाने को कहा और प्रभु शिव की कृपा से मैं 26वीं कांवड़ यात्रा में शामिल हो रहा हूं.

गोल्डन बाबा जिन गहनों को पहनते हैं, उनमें ज़्यादातर चेन, लॉकेट, खुंदा, अंगूठी और ब्रेसलेट होती है. उनके अनुसार, ये सारे गहने दिल्ली के मशहूर ज्वेलर्स से बनवाए गए हैं और प्रत्येक का वजन500-750 ग्राम है. उनके पास एक रोलेक्स की घड़ी भी है, जिसकी कीमत 27 लाख के आसपास है. 

शुरुआत में 2-3 ग्राम के गहने पहनता था लेकिन वर्तमान में मैं कई किलों सोना पहनता हूं. मैंने इसके लिए किसी से पैसे नहीं मांगे न ही कोई लोन लिया, इसे मैंन अपने पैसों से ख़रीदा है.

बाबा को देखने के लिए सड़कों पर हुजूम इकट्ठा हो जाता है, वो पुलिस सुरक्षा के घेरे में हर साल कांवड़ लाते हैं. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे