मेडल की कमी के चलते, नकली मेडल खरीद कर वर्दी पर लगाने को मजबूर थे सिपाही

Sumit Gaur

हर साल देश की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए करोड़ों-अरबों के हथियार ख़रीदे जाते हैं, जिनमें मिसाइल से ले कर जेट, रॉकेट और मिसाइल लॉन्चर वगैरह शामिल रहते हैं.

india

इस साल सरकार इसी कड़ी में सैनिकों के सम्मान के लिए मेडल खरीदने का भी मन बना रही है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के मुताबिक, सैनिकों को सम्मान देने के लिए सरकार 28 करोड़ रुपये की लागत से 7.60 लाख मेडल खरीदने वाली है.

ख़बर के मुताबिक, मेडल्स की कमी के चलते पिछले साल भी सिपाही को नकली मेडल खरीदकर अपनी वर्दी पर लगाने को मजबूर थे.

warreus

किसी भी सिपाही के लिए मेडल की ख़्वाहिश इसी बात से समझी जा सकती है कि ‘नाम, नमक और निशान.’

पिछले साल 31 दिसम्बर को भी 16.82 लाख सर्विस मेडल की कमी की वजह से आर्मी, नेवी और एयरफ़ोर्स के जवान मेडल जीतने के बावजूद, दुकानों से नकली मेडल खरीदने को मजबूर थे.

Feature Image Source: ssbcrack

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे