हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक गुरु पूर्णिमा अपने साथ ग्रीष्म ऋतु का अंत और सावन के आगमन का संदेश ले कर आती है. सनातन धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म में इस दिन को गुरु की उपासना से जोड़ कर देखा जाता है. वहीं कई लोगों का मानना है कि इस दिन ऋषि वेद व्यास के माध्यम से धरती पर वेदों का अवतरण हुआ था, जिसकी वजह से इस दिन लोग वेदों की पूजा भी करते हैं.
हिन्दू धर्म के मुताबिक ऐसा माना जाता है कि इस दिन धरती के निर्माता भगवान ब्रह्मा ने जन्म लिया था, जिसकी वजह से इस दिन की महत्वता और अधिक बढ़ जाती है. देश के कई हिस्सों में गुरु पूर्णिमा को ‘वेद व्यास पूजा’ भी कहा जाता है. लोग इस दिन संतों की पूजा करने के साथ ही अपने इष्ट देवों की भी उपासना करते हैं.
हिंदुस्तान में इस दिन जब लोग पवित्र नदियों में नहा कर खुद को गुरु के चरणों में अर्पित कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अमेरिकन एजेंसी NASA ने भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर चांद की खूबसूरत तस्वीरों को ट्वीट कर के लोगों के साथ शेयर किया.