Haridwar Kumbh 2021: उत्तराखंड के हरिद्वार में पिछले 12 दिनों से ‘महाकुंभ’ चल रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार कुंभ औपचारिक तौर पर 1 अप्रैल से आरंभ हुआ है. 12 अप्रैल से कुंभ मेले का पहला शाही स्नान शुरू हो गया है.
आज ‘सोमवती अमावस्या’ के शाही स्नान के मौके पर हरिद्वार में ‘हर की पैड़ी’ स्थित ‘ब्रह्मकुंड’ पर मध्यरात्रि के बाद से आम श्रद्धालुओं ने शाही स्नान शुरू कर दिया था. सुबह 4 बजे ब्रह्मकुंड को अखाड़ों के साधु संतों के स्नान के लिए आरक्षित कर दिया गया था.
आज सुबह साढ़े आठ बजे से ही ‘हर की पैड़ी’ स्थित ‘ब्रहमकुंड’ पर साधु संतों का शाही स्नान चल रहा है. इस दौरान सबसे पहले ‘निरंजनी अखाड़े’ के संतों ने गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई. इसके बाद ‘जूना अखाड़े’ ने अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़े के साथ गंगा में स्नान किया.
आज देशभर से कोरोना के 1 लाख 69 हज़ार नए मामले सामने आये हैं. भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बावजूद ‘हर की पैड़ी’ पर हज़ारों की संख्या में लोग शाही स्नान करते दिखे. हैरानी की बात ये थी कि इस दौरान इक्का-दुक्का लोग ही चेहरे पर मास्क पहने नज़र आए. इस दौरान लोगों ने कोरोना गाइडलाइन्स का बिलकुल भी पालन नहीं किया.
इस तस्वीर को गौर से देखिये! इसमें हज़ारों लोग एक साथ स्नान कर रहे हैं, लेकिन कितने लोग मास्क में नज़र आ रहे हैं. इसका जवाब आप ख़ुद ही दीजिए.
हरिद्वार ‘महाकुंभ मेला’ अधिकारी दीपक रावत के मुताबिक़, आज दोपहर दो बजे तक 25 लाख 11 हज़ार श्रद्धालु गंगा में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं.
बता दें कि हरिद्वार ‘महाकुंभ’ का पहला ‘शाही स्नान’ 11 मार्च, 2021 को शिवरात्रि के दिन हो चुका है. इस महीने कुल 3 शाही स्नान होंगे. 12 अप्रैल सोमवती अमावस्या का स्नान, 14 अप्रैल को मेष संक्रांति के दिन मुख्य स्नान, जबकि 27 अप्रैल को पूर्णिमा का स्नान होगा.