तानाशाही और दहशत का दूसरा नाम एडोल्फ हिटलर ता. इतिहास का क्रूर नेता, जिसने करोड़ों ज़िंदगियों को ज़िंदा दफ़न कर दिया. हालांकि, आज हम हिटलर के बारे में बात नहीं करेंगे, बल्कि उसके टेलीफोन के बारे में बात करेंगे. आगे बढ़ने से पहले इस तस्वीर को देख लेते हैं.
ये वही टेलीफोन है, जिसका इस्तेमाल हिटलर ने करोड़ों यहूदियों को मारने के लिए किया था. यह टेलीफोन हिटलर के बंकर से बरामद हुआ था, जो एक डिब्बे में साल 1945 से बंद था. जानकारी के मुताबिक़ इस टेलीफोन की नीलामी होगी. जानकार बताते हैं कि इस फोन की नीलामी की कीमत 2-3 लाख डॉलर के आस-पास होगी.
इस फोन को Wehrmacht ने हिटलर को भेंट किया था. ये फोन सिमन्स कंपनी का काले रंग का बैकलाइट फोन है, जिसको बाद में लाल रंग से पेंट कर दिया गया था.
इस फोन पर हिटलर का नाम और स्वास्तिक भी बना है. नीलाम घर इस फोन को हिटलर का सबसे खतरनाक हथियार मानता है क्योंकि इसी फोन से हिटलर लोगों को मौत के घाट उतारने का आदेश दिया करता था.
इस फोन को ब्रिटिश ऑफिसर राल्फ रॉयनर ने हिटलर के बंकर से बरामद किया था. इतिहास में भले ही यह एक क्रूर टेलीफोन रहा हो, मगर देखना ये है कि नीलामी के बाद ये टेलीफोन किसके घर में सजेगा.