पूरे 50 घंटे पाकिस्तान की कस्टडी में बिताने और लम्बे इंतज़ार के बाद भारत लौटे देश के वीर सपूत IAF पायलट, विंग कमांडर अभिनंदन कमांडर ने इस बात का खुलासा किया है कि पाकिस्तान में उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक प्रताड़ना नहीं दी गई, लेकिन उन्हें मानसिक रूप से बहुत ज़्यादा प्रताड़ित किया गया.
जाबांज़ अभिनंदन को 27 फरवरी को पाकिस्तानी सेना द्वारा बंदी बना लिया गया था और बीते रात करीब 9:15 बजे अमन और शांति का सन्देश देते हुए वाघा बॉर्डर पर भारत को सौंप दिया गया.
बीते मंगलवार भारत की ओर से पुलवामा हमले की जवाबी कार्यवाई के रूप में LoC पार जाकर आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई थी, जिससे बौखलाए पाकिस्तान ने बुधवार को भारत की आकाश सीमा का उल्लंघन करते हुए अपने लड़ाकू विमानों से भारत पर हमला किया. और उनका सामना करते हुए विंग कमांडर अभिनंदन ने उनका F-16 विमान मार गिराया. इस कार्यवाई में उनका मिग-21 फ़ाइटर प्लेन पाकिस्तान में क्रैश हो गया था. इस प्लेन के पायलट थे अभिनन्दन वर्तमान, जिन्होंने दुश्मन की क़ैद में भी साहस और हिम्मत से काम लिया. और कोई भी ज़रूरी जानकारी देने से साफ़ इंकार कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, लगभग दो दिन बाद वो भारत लौट आए, लेकिन इसमें देरी हुई क्योंकि पाकिस्तानी सेना चाहती थी कि उनकी प्रशंसा करते हुए एक वीडियो शूट किया जाए. और अभिनंदन की रिहाई के तुरंत बाद उस वीडियो को वायरल कर दिया गया. हालांकि, सोशल मीडिया पर मिली आलोचनाओं के बाद पाक सरकार को वो वीडियो डिलीट करना पड़ा.