मरते-मरते भी इंसानियत के लिए काम कर गयी ये IAS ऑफ़िसर, रिसर्च सेंटर के लिए दान किया घर

Sumit Gaur

1974 बैच की IAS ऑफिसर, श्रवरी गोखले मुम्बई की पहली महिला कलेक्टर थी. 3 साल तक कैंसर से लड़ने के बाद आख़िरकार उनकी मृत्यु 15 जनवरी 2016 को हुई, पर अपनी मौत से पहले ही श्रवरी गोखले ऐसा काम कर गईं कि सालों तक उन्हें याद किया जायेगा.

दरअसल अपनी मृत्यु से पहले श्रवरी ने अपना घर ‘सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च’ के लिए दान कर दिया था. 36 सालों तक विभिन्न पदों पर अपनी सेवा देने के बाद श्रवरी गोखले एनवायरनमेंटअल चीफ़ सेक्रेटरी के पद से रिटायर हुई थीं.

‘मुम्बई मिरर’ की ख़बर के मुताबिक उनका घर मुम्बई के पॉश इलाके अंधेरी में स्थित आशीर्वाद को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में है. शादी से तौबा कर चुकी श्रवरी चाहती थीं कि उनका धन देश के काम आ सके. उनके परिवार के सदस्यों में उनका एक भाई है, जो अमेरिका में रहता है.

‘सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च’ को अपना घर दान में देने के 6 दिन बाद उनकी मृत्यु हो गई थी.

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे