IITian Quits MNC To Teach Math: प्रतियोगी परीक्षाओं को पास कर एक अच्छी नौकरी पाना हर युवा का सपना होता है. इसी सपने को भुनाने की होड़ में लगी रहती हैं देशभर में चल रही हैं कोचिंग क्लासेज़.
ये इनकी तैयारी करवाने के नाम पर भावी छात्रों से मोटी फ़ीस वसूलते हैं. अमीर लोगों के बच्चों के लिए तो इनमें पढ़ना आम बात होती है लेकिन, ग़रीब बच्चों का क्या?
वो काबिल होते हुए भी इनमें कोचिंग हासिल नहीं कर पाते हैं. ऐसे ही बच्चों की मदद करने का ज़िम्मा उठाया है एक शख़्स. इन्होंने ग़रीब बच्चों को गणित में निपुण बनाने के लिए MNC में नौकरी पाने की रेस करने से इनकार कर दिया. अब वो ऑनलाइन अपने यूट्यूब चैनल पर मुफ़्त में बच्चों को मैथ्स पढ़ा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: दिन में टीचर तो रात में कुली, ग़रीब बच्चों को पढ़ाने के लिए दो-दो नौकरियां कर रहे ओडिशा के नागेशु पात्रो
IIT गुवाहाटी से की है पढ़ाई
हम बात कर रहे हैं श्रवण सर की जो यूट्यूब पर बच्चों को मुफ़्त में गणित पढ़ाते हैं. वो चाहते तो किसी अच्छे इंस्टीट्यूट में IIT-JEE की तैयारी करवाने के लिए बतौर टीचर अच्छी सैलरी पा सकते थे, लेकिन उन्होंने इसे छोड़ मुफ़्त में शिक्षा देना चुना. श्रवण कुमार एक मैथ्स जीनियस हैं. उन्होंने JEE क्वालीफ़ाई कर IIT गुवाहाटी से पढ़ाई की है.
ये भी पढ़ें: एक टीचर और एक छात्र वाले इस सरकारी स्कूल में कैसे होती है पढ़ाई, पढ़िए इसकी दिलचस्प कहानी
जीते हैं खानाबदोश ज़िंदगी
मगर किसी बड़ी कंपनी में नौकरी करने की बजाए उन्होंने ज़रूरतमंद बच्चों को गुणवत्ता वाला गणित पढ़ाना शुरू किया. उनका मानना है कि कोचिंग सेंटर्स की रेस ने गणित की टीचिंग का स्तर गिरा दिया है. श्रवण को पैसों का लोभ नहीं है, वो खानाबदोश सी ज़िंदगी जीते हैं. जहां रहते हैं वहीं से वीडियो बना अपने यूट्यूब चैनल maths with shrawan पर शेयर करते हैं.
अच्छा मैथ्स पढ़ाना है मकसद
उनका मकसद बच्चों की गणित में रुचि बढ़ाना है. क्योंकि आजकल जिस तरह से क्विक-फ़िक्स मैथ पढ़ाया जाता है उससे छात्रों में गणित को समझने की इच्छा को समाप्त कर दिया है. श्रवण की ये स्टोरी उनके दोस्त ने ट्विटर पर शेयर की है. लोग इनके इस ट्वीट पर श्रवण के प्रयास की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं. आप भी देखिए:
श्रवण जैसे टीचर्स की ही बदौलत बहुत से ग़रीब छात्र अपने सपने को साकार कर पाते हैं. देश के भविष्य को संवारने के लिए हमें ऐसे ही टीचर्स की आवश्यकता है.