अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत द्वारा चलाई जा रही मानवाधिकारों की मुहिम को बड़ी सफ़लता मिली है. संयुक्त राष्ट्र संघ(UN) में भारत ने एक बार फिर मानवाधिकार परिषद(HRC) की सदस्यता हासिल कर ली है. इस बार इंडिया को रिकॉर्ड 188 मतों के साथ इसका सदस्य चुना गया है.
एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत का चुनाव किया गया है. इसी क्षेत्र से भारत सहित बांग्लादेश, बहरीन, फ़िजी और फ़िलीपीन्स को भी चुना गया है. ख़ास बात ये है कि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 188 देशों ने हमारा समर्थन किया है.
इस जीत पर ट्वीट पर करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लिखा- ‘आपको ये बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि भारत ने UN में HRC की सदस्यता हासिल कर ली है. वो भी रिकॉर्ड वोटों के साथ. हमें 193 में 188 वोट मिले.’
साथ ही संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने इस जीत के बाद ट्वीट कर समर्थन के लिए सभी का धन्यवाद दिया. उन्हाेंने बाद में ये भी कहा कि ‘भारत वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण की दिशा में अपना संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखेगा’.
नए सदस्यों का कार्यकाल 1 जनवरी, 2019 से शुरू होकर 3 साल तक रहेगा. भारत पहले भी 2011-2014 और 2014 से 2017 तक 2 बार मानवाधिकार परिषद का सदस्य रह चुका है. इसकी सदस्यता हासिल करने के लिए 97 वोटों की ज़रूरत होती है.