कश्मीर की संवेदनशील परिस्थिति से जूझने के अलावा भारतीय सेना पर एक और ज़िम्मेदारी है. ये ज़िम्मेदरी है कश्मीर के बच्चों की पढ़ाई की. पिछले तीन सालों से सेना कश्मीरी छात्रों की मदद IIT Exams क्रैक करने में कर रही है. ‘Super 40’ प्रोग्राम के अंतर्गत ये इंजीनियरिंग कोचिंग देते हैं, जिसमें छात्रों को 11 महीने तक मुफ़्त कोचिंग और लॉजिंग मिलती है. 11 जून को IIT रिज़ल्ट आया और इन्में से 9 छात्रों ने JEE Advanced पास कर लिया. पहली स्टेज में 35 में से 28 बच्चों ने JEE Main क्वालिफाय कर लिया था. ये सभी अब NITs में एडमिशन के लिए योग्य हैं.
इस प्रोग्राम को PSU Petronet LNG Limited से फंड मिलता है, जिसमें कश्मीर के बच्चों को IIT Entrance Test क्लियर करने में मदद की जाती है. इसे सेना और Centre for Social Responsibility and Leadership (CSRL) ज़मीनी स्तर पर संभव बनाते हैं.
मंगलवार को आर्मी चीफ़ जनरल बिपिन रावत इन छात्रों से मिलकर उन्हें बधाई दी और कहा, ‘आप में से कुछ कल ज़िला मजिस्ट्रेट्स और एसडीएम बनेंगे और आप दूसरे बच्चों की भी मदद कर पाएंगे. उन्होंने छात्रों को अपनी ज़मीन से जुड़े रहने की सलाह दी और राज्य के विकास के लिए कार्य करने को कहा. साथ ही उन्होंने सलाह दी कि वो हमेशा अपने पास किताब या लैपटॉप रखें और वक़्त मिलने पर ज़रूर पढ़ें.