दिल्ली मेट्रो लगातार नए-नए कीर्तिमान बनाती जा रही है. हाल ही में दिल्ली मेट्रो की मेजेंटा लाइन शुरू हुई है. दिल्ली के जनकपुरी से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन तक चलनी वाली मेजेंटा लाइन को अत्याधुनिक तकनीक से लेस बनाया गया है. इस मेट्रो की सबसे ख़ास बात लोगों की सुरक्षा है. इसके लिए प्लेटफ़ार्म पर सेफ़्टी लॉक्स लगाए हुए हैं, ये लॉक्स तभी खुलेंगे जब मेट्रो ट्रैक पर आएगी. इससे लोगों के ट्रैक पर कूदने या गिरने की संभावना ना के बराबर होती है.
लेकिन दिल्ली मेट्रो की इस मेजेंटा लाइन ने एक और नया कीर्तिमान बनाया है. मेजेंटा लाइन के जनकपुरी वेस्ट स्टेशन पर भारत का सबसे बड़ा एस्केलेटर बनाया गया है, जिसकी ऊंचाई 15.65 मीटर है. अभी तक कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन में बना एस्केलेटर 14.57 मीटर दिल्ली मेट्रो नेटवर्क का सबसे लंबा एस्केलेटर था.
दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रवक्ता ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया, ‘जनकपुरी वेस्ट स्टेशनपर बना एस्केलेटर भारत में सबसे ऊंचाई वाला एस्केलेटर है. इसकी कुल क्षैतिज लंबाई 35.3 मीटर है, जबकि ऊंचाई 15.6 मीटर है. प्रत्येक एस्केलेटर का कुल वजन लगभग 26 टन है. इन एस्केलेटर की ऊंचाई पांच मंजिला इमारत की ऊंचाई के बराबर है. इनको बनाने के लिए विशेष तौर से 250 टन की क्रेन लगायी गयी थी.
मेजेंटा लाइन मेट्रो को जमीन से 17 मीटर नीचे बनाया गया है. मेजेंटा लाइन 40 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ती है. जबकि इससे पहले की सभी मेट्रो 35 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ती थी.
हौज ख़ास इंटरचेंज दिल्ली मेट्रो का सबसे गहरा स्टेशन
हौज़ खास स्टेशन मेजेंटा लाइन मेट्रो का इंटरचेंज स्टेशन है. इस नए स्टेशन को 29 मीटर की गहराई पर बनाया गया है, जिसकी लंबाई 265 मीटर है. जबकि इसका डिज़ाइन 5 लेवल स्टेशन के रूप में किया गया है.अधिकतर इंटरचेंज स्टेशनों पर तीन या चार लेवल होते हैं.