उत्तर प्रदेश में ऐंटी लव जिहाद क़ानून आने के बाद से ही कई शादियां टूटने, मुस्लिम युवकों के साथ मार-पीट की घटनाएं सामने आ रही हैं. कहीं शादी रोकी जा रही हैं तो कहीं मामला सुलझ जाने के बाद भी मुस्लिम परिवार के ख़िलाफ़ केस रजिस्टर किए जा रहे हैं.
युवक और युवती स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत, ज़िला अदालत में शादी रजिस्टर करवाने के लिए, बीते 1 दिसंबर को अलीगढ़ पहुंचे थे. पुलिस का कहना है कि युवक, मुस्लिम था और उसने युवती से कहा था कि वो हिंदू है.
सोनू को बीते गुरुवार कोर्ट से खींच कर लाने, मार-पीट करने और लड़की द्वारा विरोध करने का वीडियो वायरल हुआ. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक़, वीडियो में एक शख़्स उससे, यूपी के नये ऐंटी लव जिहाद क़ानून के बारे में पूछ रहा है और कह रहा है, ‘तुम जैसों के लिए बनाना पड़ा.’ एक अन्य वीडियो में लड़की चिल्ला-चिल्ला कर सोनू से अलग किए जाने का विरोध कर रही है. पुलिस का कहना है कि लड़की नाबालिग है लेकिन लड़की वीडियो में इस बात से इंकार कर रही है.
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक़, लड़की ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हम लंबे समय से एक दूसरे से बात कर रहे हैं. उसने बताया था कि उसका नाम सोनू है. हम चंडीगढ़ से आए हैं. उसका परिवार हमेशा ‘अस्सलामुअलैकुम’ कहता था जिससे मुझे पता चला कि शायद ये मुस्लिम है. वो कोर्ट में हमारी शादी रजिस्टर करवाना चाहता था.’
लड़की के परिवार के मुताबिक़, लड़की ने फ़ेसबुक पर सोनू से दोस्ती की और उसे बाद में पता चला कि वो मुस्लिम है. लड़की के पिता ने नयागांव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है जिसमें उसने लड़की को माइनर और मैट्रिक पास बताया है. पिता ने शिकायत में लिखवाया था कि बीते 29 नवंबर को वो अपने दोस्त से मिलने गई थी और वापस नहीं आई. शिकायत में पिता ने लिखवाया कि उसकी बेटी लापता है.
युवक या युवती ने धर्म बदला है या बदलने की सोच रहे थे, फ़िल्हाल ये साफ़ नहीं है. ऐंटी लव जिहाद क़ानून आने के बाद अगर ये मामला कोर्ट पहुंचता है तो दोनों को 1 से 5 साल की सज़ा हो सकती है. ऐंटी कन्वर्ज़न क़ानून आन के बाद से ये उत्तर प्रदेश का पांचवां मामला है.