भगवान जगन्नाथ को श्री कृष्ण का अवतार माना जाता है. ओडिशा, गुजरात समेत देश भर में आज कई स्थानों पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. आइये जानते हैं इस भव्य जगन्नाथ यात्रा से जुड़ी कुछ रोचक बातें.
1. भगवान जगन्नाथ का रथ 45 फीट ऊंचा होता है, जिसे पीले रंगों से सजाया जाता है.
2. रथ यात्रा में सबसे आगे बड़े भाई बलराम का रथ होता है, जिसकी उंचाई 44 फीट उंची होती है, इसे नीले रंग से सजाया जाता है।
3. इसके बाद बहन सुभद्रा का रथ 43 फीट ऊंचा होता है, इस रथ को काले रंग से सजाया जाता है. तीनों रथों को पुरी के मुख्य रास्तों पर घुमाया जाता है.
4. शाम को ये रथ मंदिर में पहुंचते हैं और मूर्तियों को मंदिर में ले जाया जाता है.
5. यात्रा के दूसरे दिन तीनों मूर्तियों को सात दिन तक मंदिर में रखा जाता है और दर्शन करने वाले भक्तों का जमावड़ा लगाता है.
6. भगवान के भोग को प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाता है. सात दिनों के बाद यात्रा की वापसी होती है. इस रथ यात्रा को बड़ी-बड़ी रस्सियों से खींचा जाता है.
7. इस वर्ष 19 साल बाद बदलेंगी मूर्तियां. नव कलेवर विधान की धार्मिक रस्म के तहत 19 साल के बाद नीम की लकड़ी से भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन चक्र की नई मूर्तियां बनाई गई हैं.
8. पुरी का जगन्नाथ मंदिर पूरी दुनिया में मशहूर है. इसकी सबसे खास बात है 56 भोग. माना जाता है कि देवी सुभद्रा के कमरे में ये 56 भोग एक के ऊपर एक रख जाते हैं. इसमें सबसे ऊपर का खाना सबसे पहले पकता है.
9. कहा जाता है कि देवी सुभद्रा इसे पका देती हैं जिसे प्रसाद के रूप में लोगों में बांटा जाता है.
10. इस बार पुरी रथ यात्रा में शामिल होने वालों के लिए ओडिशा सरकार ने बीमा एक लाख से बढ़ाकर 5 लाख रूपए कर दिया है.
हम लोग भले ही इस यात्रा में शारीरिक रूप से न शामिल हो पाएं, लेकिन मन और आत्मा से हम किसी भी जगह शामिल हो सकते हैं. लेकिन जो खुशनसीब शामिल हो पाये हैं, उनसे हम यही कहेंगे कि आप की ये यात्रा शुभ और सुरक्षित हो.ग़ज़बपोस्ट की ओर से आप सभी को शुभकामनाएं!
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