गांव की औरतों में सोलर एनर्जी का इस्तेमाल करके खाना बनाने को बढ़ावा देने के लिए जो एक महिला का नाम पूरी दुनिया जानती है वो है जनक मैकगिलियन का.
पद्म श्री जनक मैकगिलियन को उनके काम के लिए अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है.
Free Press Journal की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी के International Solar Energy Society (ISES) ने अपनी बुकलेट The Century of Solar-Stories and Visions of Renewable Energy में जनक का नाम शामिल किया है.
Solar World Congress 50 Virtual Conference के दौरान, ये बुकलेट रिलीज़ किया गया. 1970 में हुए International Solar Energy Society के पहले कॉन्फ़्रेंस की 50वीं एनिवर्सी के अवसर पर ये बुकलेट लॉन्च की गई.
200 रिन्युवेबल एनर्जी पायनीर्स की लिस्ट में जनक अकेली महिला हैं.
Sanjeevani Today की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनक ने मध्य भारत की ग्रामीण समुदायों में सोलर कुकिंग को बढ़ावा दिया. 1985 में जनक मध्य प्रदेश के इंदौर आई और बरली डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट में ग्रामीण महिलाओं को ट्रेनिंग देनी शुरू की.
जनक आदिवासी क्षेत्रों में गईं और उनके साथ रहकर उनकी समस्याओं को समझा. जनक को उनके काम के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया.