यूपी के डीआईजी ओपी सिंह ने 27 अक्टूबर की शाम 9.15 बजे एक ट्वीट किया. ट्वीट में तारीफ़ थी उस कॉन्सटेबल अर्चना सिंह की जिसकी फ़ोटो सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर की जा रही है. साथ ही डीआईजी ने अर्चना की उस मांग को भी स्वीकार कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह चाहती हैं कि उन्हें आगरा शिफ़्ट कर दिया जाए, ताकि वह अपनी दोनों बच्चियों का पालन-पोषण अच्छे से कर सकें.
सोशल मीडिया पर फ़ोटो वायरल होने से पहले, शुक्रवार के दिन थाने पर पहुंच कर काम करना झांसी पुलिस कॉन्सटेबल, अर्चना सिंह के लिए एक नॉर्मल दिन की तरह ही था. लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि उस दिन के बाद से पूरा देश उनके बारे में बाते करेगा. सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ़ होने लगेगी.
30 साल की अर्चना सिंह की थाने के रिसेप्शन पर काम करते वक्त की वो फ़ोटो वायरल हो गई, जिसमें उनकी 6 महीने की बेटी टेबल पर सो रही थी. इस फ़ोटो को कई सीनियर पुलिस ऑफ़िसर्स ने शेयर किया और लोगों ने भी इसकी ख़ूब तारीफ़ की.
आगरा की अर्चना सिंह साल 2016 से झांसी में पोस्टेड हैं. वहीं अर्चना के पति गुरुग्राम में रहते हैं और एक प्राइवेट कंपनी के लिए काम करते हैं. ऐसे में अर्चना सिंह के पास कोई विकल्प नहीं है कि वो अपनी 6 महीने की बेटी को किसके पास छोड़ें, इसलिए वो उसे रोज़ थाने लेकर आ जाती हैं. वहीं अर्चना की बड़ी बेटी (11 साल) अर्चना के घरवालों के साथ कानपुर में रहती है.
यूपी के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस ऑफ़िसर, नवनीत सेकरा ने फ़ोटो शेयर करते हुए कहा कि इस बेहतरीन फ़ोटो के लिए किसी कैप्शन की ज़रूरत नहीं है. ये फ़ोटो अपने आप में ही बेहद ख़ूबसूरत है. वहीं झांसी रेंज के डीआईजी सुभाष सिंह बंघेल ने अर्चना को 1000 रूपये का इनाम भी दिया. वहीं अर्चना के सीनियर एसओ उमेश चंद्रा त्रिपाठी ने कहा कि अर्चना बेहद मेहनती है और अपने काम के लिए हमेशा सजग रहती हैं.
फ़ोटो के वायरल होने के बाद अर्चना का कहना है कि ‘मेरे सभी सीनियर और मेरे साथी कर्मचारी सभी मेरी मदद करते हैं. सभी मेरी बच्ची को भी संभालते हैं’.