पत्थरबाज़ों के हमले की फ़ोटो खींचने के बजाय इस कश्मीरी फ़ोटोग्राफ़र ने बचाई एक मासूम बच्ची की जान

Sumit Gaur

सोशल मीडिया में आजकल एक ट्रेंड चल रहा है, जिसमें आम लोगों से ले कर नेता, अभिनेता तक शामिल हैं. इस ट्रेंड के अंतर्गत ये लोग किसी इंसान की मज़बूरी को दिखाते हैं या लोगों और मीडिया को बताने के लिए कैमरे के साथ मदद करने पहुंच जाते हैं.

पर आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो बगैर सुर्ख़ियों की परवाह किये असल में लोगों की मदद को तैयार रहते हैं. कश्मीर इन दिनों किन हालातों से गुज़र रहा है, उससे सारा देश वाकिफ़ है. कश्मीर के ऐसे ही हालातों के बीच एक प्रेस फ़ोटोग्राफ़र श्रीनगर में तस्वीरें लेने पहुंचा, जहां पत्थरबाज़ों के हमले से स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची चोटिल हो गई और बेहोश हो कर गिर गई.

इस अचानक हुए हमले को प्रेस फ़ोटोग्राफ़र दर यासीन ने देखा और बिना वक्त गंवाये बच्ची की मदद के लिए भागे. लहूलुहान बच्ची को गोद में ले कर वो नज़दीक के हॉस्पिटल के लिए दौड़ पड़े.

यासीन के इस जज़्बे को आस-पास के कुछ लोगों ने तस्वीरों के ज़रिये कैद कर लिया और ट्विटर पर तस्वीरें साझा करने लगे. कुछ लोगों ने यासीन की फ़ोटो के साथ सीरियन फ़ोटोग्राफ़र अब्द अल्कादेर हबक की तस्वीरें भी साझा कीं, जो बमबारी से बचाने के लिए एक बच्चे को गोद में लेकर दौड़े थे.

ये ख़बर उन लोगों के लिए भी है, जो सिर्फ़ पब्लिसिटी के लिए मदद करते दिखाई देते हैं.

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