लखनऊ का कॉफ़ी हाउस रखेगा आपकी सेहत का ख़याल, मेन्यू में शामिल हुआ इम्युनिटी बूस्टर ‘काढ़ा’

Abhay Sinha

लखनऊ का प्रतिष्ठित इंडियन कॉफ़ी हाउस शहर की सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत का गवाह और हिस्सा रहा है. कॉफ़ी हाउस, जिसके ग्राहकों में बड़े-बड़े साहित्यकार, राजनेता, नाटककार और उत्तर प्रदेश की राजधानी के एलीट लोग शामिल हैं, उसने कोरोना काल में अब एक नई भूमिका अख़्तियार कर ली है. आम दिनों में यहां लोग कॉफ़ी का स्वाद लेने पहुंचते हैं लेकिन, अब यहां इम्युनिटी बूस्टर काढ़ा भी उपलब्ध है. इस तरह यहां के मेन्यू परिवार में एक और सदस्य की बढ़ोतरी हो गई है. 

salamnamsteindia

इंडियन कॉफ़ी हाउस के सचिव अरुणा सिंह ने कहा, ‘हमारे ज़्यादातर ग्राहक वरिष्ठ नागरिक हैं, ऐसे में हमने ये क़दम उनके स्वास्थ्य और कल्याण को ध्यान में रखते हुए लिया है.’ 

उन्होंने बताया कि इम्युनिटी बूस्टर काढ़े में अदरक, कच्ची हल्दी, लौंग, तुलसी, मुलेठी, दालचीनी, काली मिर्च, गिलोय, लेमन ग्रास’ उपयोग किया जाता है. इसके एक बड़े कप की क़ीमत 25 और छोटे कप की 15 रुपये है. 

timesofindia

उन्होंने आगे कहा कि ‘जब से हमने जून में कॉफ़ी हाउस को फिर से खोला है, हमारे ग्राहक मुख्य रूप से ऐसे हैं जो अपने ऑफ़िस टाइम में ब्रेक लेकर यहां आते हैं. वो ज़्यादातर कॉफ़ी और अन्य चीज़ों को ही पसंद करते हैं, लेकिन हमने सोचा कि हमें किसी भी भारतीय घर की बेसिक इम्युनिटी ड्रिंक को भी शामिल करना चाहिए क्योंकि ये इस वक़्त की ज़रूरत है.’ 

कॉफ़ी हाउस के इस क़दम का ज़्यादातर ग्राहकों ने स्वागत किया है. एक यंग एक्ज़क्यूटिव अश्विन लाल ने कहा कि ‘ सालों से कॉफ़ी हाउस ने बदलाव का विरोध किया है, चाहे वो माहौल में हो या फ़र्नीचर या फिर मेन्यू में और हम खुश हैं कि अब ये समय के साथ बदल रहा है. हमें उम्मीद है कि वे आने वाले दिनों में कुछ और बदलाव लाएंगे.’ 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे