ऑटोमैटिक रोटी मशीन, सोलर पैनल, फ़ुली लोडेड ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन, फ़ुट मसाजर के बाद दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर अब मेड इन पंजाब फ़ुल टू देसी गीज़र नज़र आए हैं.
Outlook की रिपोर्ट के अनुसार, ये कतई इनोवेटिव लकड़ी जलाकर पानी गरम करने वाली मशीन अब लोगों का ध्यान खींच रही है. इसमें एक तरफ़ नॉर्मल पानी डालने की जगह बनी हुई है और दूसरी तरफ़ से गर्म पानी निकलता है.
52 वर्षीय मंजिंदर सिंह ने प्रदर्शकों के लिए खीर बनाते हुए बताया,
ये पंजाबी जुगाड़ है. हम इसे देसी गीज़र कहते हैं. ये पंजाब में हर घर में मिल जाएगा. अब यहां भी है. ये हमें संगत ने लंगर में इस्तेमाल के लिए दिया था. कोई भी इसे मुफ़्त में इस्तेमाल कर सकता है.
वैसे तो ये गीज़र रोटी मशीन की तरह ताम-झाम टाइप नहीं दिखता और ये विरोध कर रहे किसानों को खाना बनाने और नहाने के लिए गर्म पानी मुहैया करवाने का बेहद देसी तरीका है. दिल्ली में गिरते पारे को देखकर ये किसानों के बहुत काम आ रही है.
एक गीज़र 3-3.5 हज़ार का आता है. जलाने वाली लकड़ी, कोयले और यहां तक कि घर के कूड़े-करकट से ये आसानी से काम करता है. ये न सिर्फ़ गर्म पानी देने का काम कर रहा है, बल्कि वेस्ट-डिस्पोज़ल का भी काम कर रहा है.
यहां रोज़ाना बहुत सारा कूड़ा जमा हो रहा है. ये गीज़र कूड़े की सफ़ाई का भी काम कर रहे हैं जो कि कोई छोटी बात नहीं है.
-लंगर का एक वॉलंटीयर
कुछ दिनों पहले पिज़्ज़ा, पास्ता खाते किसानों को देखकर बहुत से लोगों की आंखें चौड़ी हो गई थीं. सैलून सेवा को देखकर बहुत से लोगों ने सवाल उठाए थे.
दिल्ली बॉर्डर पर हज़ारों किसान नवंबर के अंतिम सप्ताह से बैठे हैं. किसानों की मांग है कि केन्द्र सरकार 3 कृषि क़ानून वापस लें.