अगर जज़्बा हो तो ट्विटर जैसे फ़ास्ट सोशल मीडिया Platform को भी सरकारी ऑफ़िस बनाया जा सकता है और ऐसा भारतीय रेलवे ने कर दिखाया है.
गंदे शौचालय की शिकायत के लिए एक रेल यात्री ने व्यंगात्मक ट्वीट किया. उसके बाद शुरू हुआ रेलवे के ट्विटर हैंडल्स का सरकारी रवैया. चौथे नंबर काउंटर जाओ, वहां बताया जाएगा कि आगे किस नंबर के काउंटर पर जाना है.
परवीन कोमल ने सेंट्रेल रेलवे को टैग कर जम्मू से हरिद्वार जा रही जम्मू तवी ट्रेन के गंदे ट्रेन कोच के बारे में शिकायत की.
इसके बाद शुरू होती है रेलवे की ‘भाई तू देख ले,भाई तू देख ले’ की रेलगाड़ी. सेंट्रल रेलवे ने रेलवे नॉर्थ को काम भेजा, नॉर्थ ने मोरादाबाद के DRM को फ़ाइल आगे बढ़ाई, मोरादाबाद से @cwcnlmb और अख़िर में काम हुआ या नहीं, पता नहीं.
साल की शुरुआत में भारतीय रेलवे ने ‘कोच मित्र’ नाम की एक सेवा शुरू की थी. इस App के ज़रिए, यात्री अपने कोच से जुड़ी किसी शिकायत को रजिस्टर कर सकते हैं, जिसका समाधान तत्काल करने की कोशिश होती है.